Kaimur News : मोहनिया में ऑपरेशन के बाद प्रसूता की मौत, सड़क जाम
प्रसव पीड़ा होने पर महिला को अस्पताल में कराया भर्ती, घटना के बाद अस्पताल छोड़कर भागे चिकित्सक व स्टॉफ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अस्पताल को किया सील
मोहनिया शहर. शहर के दुर्गावती सर्विस रोड के किनारे स्थित मां मुंडेश्वरी अस्पताल में प्रसव के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गयी. जबकि बच्चा ठीक है. प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने का गुस्सा फूट पड़ा और सड़क जाम कर हंगामा करने लगे. लोगों को आक्रोशित देख झोला छाप डॉक्टर व कर्मी अस्पताल छोड़ कर भाग निकले. घटना की सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मी व सीओ ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. मृत प्रसूता की पहचान मोहनिया थाना क्षेत्र के कौडीराम निवासी चंदन सिंह की पत्नी श्वेता सिंह के रूप में की गयी़ इधर, सूचना पर पहुंचे अस्पताल उपाधीक्षक की उपस्थिति में सीओ ने अस्पताल को सील कर दिया. वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ भेज दिया.
दूसरे डॉक्टर को बुलाकर कराया गया ऑपरेशन
इधर, मृत प्रसूता के पति चंदन ने मोहनिया थाने में फर्जी डाॅक्टर व अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. दिये आवेदन में कहा गया है की मेरी पत्नी श्वेता कुमारी गर्भवती थी. उसे दर्द होने पर 19 अगस्त को दिन में करीब 2 बजे मां मुंडेश्वरी हॉस्पिटल, जीटी रोड मोहनिया में भर्ती किया. डाॅक्टर कविता कुमारी की देखरेख में इलाज शुरू हुआ. इसी दौरान रात में मेरी पत्नी की स्थिति बिगड़ते हुए देख डॉक्टर कविता कुमारी ने एक दूसरे डॉक्टर को बुलाकर करीब 3:00 बजे ऑपरेशन करवाया. उस डॉक्टर का वाहन संख्या JH0FD0690 है. ऑपरेशन के दौरान बच्चों का जन्म हुआ, जो जीवन और मृत्यु से जूझ रहा है. जबकि मेरी पत्नी श्वेता कुमारी की मौत हो गयी. डॉक्टर व हॉस्पिटल के लापरवाही से मेरी पत्नी श्वेता कुमारी की मौत हुई है. इसको लेकर कर्रवाई की मांग की गयी है. इधर घटना के बाद मोहनिया विधायक संगीता कुमारी, जिला पार्षद गीता पासी व कई लोग पहुंच कर फर्जी अस्पताल पर कार्रवाई की मांग की.तीन कमरे में चल रहा था फर्जी अस्पताल
मोहनिया शहर के दुर्गावती सर्विस सड़क के किनारे स्थित मां मुंडेश्वरी हॉस्पिटल केवल तीन कमरों में चल रहा था. इसका बड़ा-बड़ा बोर्ड कमरे के बाहर लगाये गये थे. लेकिन जैसे ही प्रसूता की मौत हुई. अस्पताल के लगे सभी बोर्ड को हटा लिये गये. सबसे हैरानी की बात या सामने आयी कि जिस हॉस्पिटल में सिजेरियन ऑपरेशन किया गया, उसे अस्पताल का स्वास्थ्य विभाग से कोई रजिस्ट्रेशन और किसी तरह का लाइसेंस भी नहीं लिया गया था. मां मुंडेश्वरी अस्पताल पूरी तरह से फर्जी तौर पर अस्पताल चल रहा था. खुलेआम अति व्यस्ततम सड़क के किनारे बजाते बोर्ड लगाकर अस्पताल संचालक हो रहा था. लेकिन प्रशासन पूरी तरह से अनजान था. जब प्रसूता की मौत हुई तब प्रशासन द्वारा अस्पताल को सील कर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. बता दे की शहर में यह कोई पहला फर्जी अस्पताल नहीं है. शहर में कई दर्जन फर्जी रूप से अस्पताल और जांच केंद्र चल रहे हैं.
क्या कहते हैं प्रभारी थानाध्यक्ष
इस संबंध में मोहनिया थाना के प्रभारी थाना अध्यक्ष आनंद कुमार ने बताया कि मृतक महिला के पति ने डॉक्टर और हॉस्पीटल के खिलाफ आवेदन दिया गया है. प्राथमिक की दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
क्या कहते है अस्पताल उपाधीक्षक
इस संबंध में अनुमंडलीय अस्पताल, मोहनिया के उपाधीक्षक डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है. अस्पताल के संबंध में कोई रजिस्ट्रेशन और कोई लाइसेंस नहीं मिला. अस्पताल छोड़कर सभी कमी और डॉक्टर भाग गये थे.
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