kaimur News : यूरिया के साथ जबरन कीटनाशक थोपने से किसान बेहाल
कीटनाशक लेने से मना करने पर बढ़ा दिया जा रहा दाम
भभुआ शहर. जिले में खेती-किसानी के लिए किसान बाजारों में खाद लेने जाते हैं. लेकिन, इस वर्ष कई स्थानों पर खाद विक्रेताओं द्वारा किसानों को बिना इच्छा के कीटनाशक दवा भी थोपने की शिकायतें सामने आ रही हैं. किसानों का कहना है कि दुकानदार उन्हें केवल खाद देने से इन्कार कर रहे हैं. इसके साथ महंगे कीटनाशक भी लेने के लिए दबाव बना रहे हैं. इससे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ रहा है. किसान काफी परेशान हैं. बाजारों में कई खाद विक्रेता किसानों को मजबूर कर रहे हैं कि वे खाद के साथ महंगे कीटनाशक दवा भी खरीदें. किसान यदि दवा लेने से मना करते हैं, तो दुकानदार यूरिया का दाम तय मूल्य से अधिक वसूलने लगते हैं. इस मनमानी से किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है और वे परेशान हैं. गांव-गांव से आ रही शिकायतों के अनुसार किसानों का कहना है कि एक बोरी यूरिया का सरकारी रेट लगभग 266 रूपये तय है, लेकिन, बाजार में खाद विक्रेता खुलेआम यूरिया खाद किसानों को 320 रुपये में बेच रहे है व साथ में जिंक सल्फर 4जी आदि दवाएं दी जा रही हैं. वहीं, अगर किसान मना करते हैं और कीटनाशक नहीं लेते हैं, तो खाद महंगी दर पर दी जाती है. दुकानदार खाद देने से ही मना कर दे रहे है. यह न केवल किसानों की जेब पर सीधा असर डाल रहा है, बल्कि सरकारी दरों पर खाद देने की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं. = कहते हैं किसान दो बोरी यूरिया लेने बाजार गया था़ दुकानदार ने कहा कि बिना कीटनाशक दवा खरीदे यूरिया नहीं मिलेगा़ अगर दवा नहीं लेते हैं, तो प्रत्येक बोरी पर 50 रुपये अधिक देना होगा – प्रेमचंद कुमार, किसान बारिश समय पर होने से खेत में खाद डालना जरूरी था. वरना फसल को नुकसान होता. दुकानदारों की यह मनमानी हमारे साथ धोखाधड़ी है, लेकिन समय की कमी व मजबूरी है. बिंदा राम कृषि कार्य पहले से खाद महंगी हो चुकी है. ऊपर से दुकानदारों की यह मनमानी किसानों की जेब पर और भारी पड़ रही है. हम गरीब किसान हैं. एक-एक रुपया जोड़कर खेती करते हैं. – कुंदन कुमार गुप्ता खेती के इस सीजन में जहां महंगाई पहले से किसानों की चिंता बढ़ा रही है. वहीं, खाद के साथ कीटनाशक की जबरन बिक्री किसानों के लिए नई मुसीबत बन गयी है. – जितेंद्र रजक = कहते हैं अधिकारी इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने कहा कि खाद किसानों की बुनियादी जरूरत है. दुकानदारों द्वारा सरकारी रेट से अधिक वसूलना और कीटनाशक की जबरन बिक्री अवैध हैं. दुकानदार किसानों को खाद के साथ कोई अन्य वस्तु खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकते, इस पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
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