सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ महासभा का प्रदर्शन
भभुआ : जिला समाहरणालय के धरना स्थल लिच्छवी भवन के सामने अखिल भारतीय किसान महासभा की जिला कमेटी द्वारा गुरुवार को धरना व प्रदर्शन किया गया. जिसमें सरकार पर उसकी कृषि विरोधी नीतियों के कारण कृषि पर संकट गहराने तथा दो-दो बार कृषि रोड मैप जारी कर किसानों को छलने आदि की बातें कही गयी. […]
भभुआ : जिला समाहरणालय के धरना स्थल लिच्छवी भवन के सामने अखिल भारतीय किसान महासभा की जिला कमेटी द्वारा गुरुवार को धरना व प्रदर्शन किया गया. जिसमें सरकार पर उसकी कृषि विरोधी नीतियों के कारण कृषि पर संकट गहराने तथा दो-दो बार कृषि रोड मैप जारी कर किसानों को छलने आदि की बातें कही गयी.
धरना की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासभा कैमूर के संयोजन बब्बन सिंह ने किया. धरना में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों का लॉलीपाप थमा कर किसानों को छलने का काम कर रही है.
कृषि रोड मैप दो बार जारी किया गया लेकिन, रोड मैप के आधार पर कोई काम नहीं किया गया. सिंचाई से लेकर बाढ़ तक की गाज किसानों पर लगातार गिर रही है. सरकारी नलकूप बंद है. इंद्रपुरी जलाशय के कदवन डैम का काम भी पूरा नहीं कराया गया. जिससे सोन नहर से कैमूर के किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है.
यही हाल जिले की सबसे बड़ी परियोजना दुर्गावती जलाशय की भी है. जिसके पश्चिमी भाग के नहर की न तो ठीक से मरम्मत करायी गयी है न तो जलाशय के वितरणियों से किसानों को पानी मिल रहा है. पानी छोड़ने के बाद नहर के तटबंध कई जगह पर टूट जाते हैं. जलाशय का पानी टेल किसानों को समय से नहीं मिल पाता है.
वक्ताओं ने किसानों का श्रृण माफ करने, नि:शुल्क बिजली देने, नलकूप पर 50 प्रतिशत अनुदान दिये जाने, धान क्रय केंद्रों को तत्काल चालू किये जाने, 60 वर्ष पूरा कर चुके किसानों को पांच हजार रूपये प्रति माह पेंशन दिये जाने आदि का भी मांग किया. प्रदर्शन में विजय सिंह यादव, मोरध्वज सिंह, लुटावन बिंद, सिंगासन राम, रामएकबाल राम, ब्रहमा यादव, कुलवंती देवी शामिल थे.