JDU के नरेंद्र नारायण यादव बने बिहार विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर, राज्यपाल ने दिलाई पद की शपथ
JDU: मधेपुरा जिले के आलमगंज विधानसभा सीट से लागातार 8वीं बार विधायक चने गए नरेंद्र नारायण यादव को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बिहार विधानसभा का नया प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है.
JDU: जनता दल यूनाइटेड के नरेंद्र नारायण यादव को बिहार विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. यादव को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राजधानी पटना में सोमवार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. प्रोटेम स्पीकर नियुक्त होने के बाद जेडीयू विधायक विधानमंडल के सत्र में विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे.
मधेपुरा से लगातार 8वीं बार बने हैं विधायक
बिहार विधानसभा के ‘प्रोटेम स्पीकर’ नरेंद्र नारायण यादव जयप्रकाश नारायण आंदोलन के दौरान सक्रिय रहे और 1995 में पहली बार आलमनगर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. तब से वह लगातार आठ बार इस सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं.
बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं यादव
यादव बिहार सरकार में मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. उनकी सादगीपूर्ण छवि और मजबूत जनाधार ने उन्हें जद(यू) के प्रभावशाली नेताओं में शामिल किया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ‘प्रोटेम स्पीकर’ के लिए उनके नाम पर विचार करते समय उनकी वरिष्ठता, अनुभव और सतत राजनीतिक सक्रियता को प्रमुख आधार माना गया.
प्रोटेम स्पीकर का काम क्या होता है?
प्रोटेम स्पीकर का काम नवनिर्वाचित विधानसभा के लिए अस्थायी अध्यक्ष के रूप में कार्य करना होता है. प्रोटेम स्पीकर को राष्ट्रपति या राज्यपाल द्वारा नियुक्त किया जाता है, और उनका मुख्य कार्य नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाना और नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को संचालित करना होता है. प्रोटेम स्पीकर तब तक पद पर रहते हैं जब तक कि विधानसभा का नियमित अध्यक्ष निर्वाचित नहीं हो जाता.
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बीजेपी के खाते में जा सकती है विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी इस बार विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी बिहार में अपने सबसे ज्यादा बार विधायकी जीतने वाले नेता प्रेम कुमार को सौंप सकती है. प्रेम कुमार बीजेपी के टिकट पर गया टाउन से लगातार 9वीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे हैं. पिछली सरकार में वह कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. लेकिन पार्टी ने इस बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया और पिछली सरकार के दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को टिकट ना देकर इस बात का पहले ही संकेत दे दिया था.
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