बिहार में सत्ता पक्ष के नेता के बाद MLA का बेटा शराब के नशे में गिरफ्तार, बीजेपी ने पूछ दिया तीखा सवाल

बिहार शराबबंदी लागू करने के लिए पुलिस और प्रशासन के द्वारा बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. शराब माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. आये दिन छापेमारी में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खेप भी पकड़ रही है.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 27, 2023 7:00 PM

बिहार शराबबंदी लागू करने के लिए पुलिस और प्रशासन के द्वारा बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. शराब माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. आये दिन छापेमारी में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम बड़ी मात्रा में अवैध शराब की खेप भी पकड़ रही है. मगर, अब सत्ताधारी पार्टी के नेता और उनके बच्चे ही राज्य में शराबबंदी की धज्जियां उड़ाने में लग गए हैं. पहले गोपालगंज के जदयू प्रदेश महासचिव संजय चौहान और अब खगड़िया के बेलदौर विधायक के बेटे समेत 18 लोगों को उत्पाद विभाग की टीम ने नशे की हालत में गिरफ्तार किया है.

बीजेपी ने शराबबंदी पर फिर उठाये सवाल

सत्ताधारी पार्टी के नेता और उनके बच्चे के शराब के नशे में पकड़े जाने को लेकर बीजेपी ने जदयू पर हमला बोल दिया है. बीजेपी का कहना है कि सत्ता में बैठे लोगों के संरक्षण में ही बिहार में शराब परोसा जा रहा है. बता दें कि हाल ही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के द्वारा मुगेंर आयोजित मीट भात कार्यक्रम में शराब बांटने का आरोप लगाया था. इसे लेकर पार्टी हमलावर हो गयी है. जदयू ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ थाने में केस भी दर्ज कराया है.


Also Read: जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने नए संसद भवन के उद्घाटन को ले पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- पहले पीठ थपथपाया और अब..
और कितना सबूत चाहिए: बीजेपी

मामले में प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट करके कहा कि जदयू के लोग शराब पीते हैं अब कितना सबूत चाहिए. मुंगेर में सत्ता संरक्षण में शराब बांटा-पिलाया फिर सबूत मिटाया, नहीं तो साहब और उनके चेले-चपाटे भी पकड़े जाते. ललनजी! बेलदौर का विधायक किस पार्टी से है? दारू पीकर धौंस जमाने वाला संजय चौहान किस पार्टी का नेता है? बता दें कि पार्टी ने यूपी में जाकर शराब पीने वालों के नाम पर भी सत्ताधारी पार्टी को घेरा है. हालांकि, मामले में अभी तक जदयू के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी है.

Next Article

Exit mobile version