घटिया सामग्री के उपयोग से ग्रामीणों में नाराजगी, जांच की मांग
प्रखंड अंतर्गत उलाय नदी के तट पर निर्माणाधीन पतसंडा पंचायत सरकार भवन के निर्माण कार्य में घोर अनियमितता बरते जाने का आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है.
पतसंडा पंचायत सरकार भवन निर्माण में अनियमितता का आरोप गिद्धौर. प्रखंड अंतर्गत उलाय नदी के तट पर निर्माणाधीन पतसंडा पंचायत सरकार भवन के निर्माण कार्य में घोर अनियमितता बरते जाने का आरोप स्थानीय ग्रामीणों ने लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि भवन निर्माण कार्य सरकारी व विभागीय मानकों को ताक पर रखकर कराया जा रहा है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता और टिकाऊपन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार, योजना में निम्न गुणवत्ता की ईंट, घटिया सीमेंट व अन्य गुणवत्ता विहीन सामग्री का खुलेआम उपयोग किया जा रहा है. इससे भविष्य में भवन की मजबूती पर संकट मंडराने की आशंका जताई जा रही है. आरोप है कि भवन के चारों ओर सुरक्षा के नाम पर बगल से बहने वाली नदी से बालू निकालकर भराई की जा रही है, जो नियमों के विरुद्ध है. स्थानीय ग्रामीणों का यह भी कहना है कि विभागीय अभियंताओं की निगरानी लगभग नगण्य है, इस कारण संवेदक मनमाने तरीके से निर्माण कार्य करा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा पंचायती राज विभाग के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा रहा है, ताकि पंचायत से जुड़े सभी विभागों की सुविधाएं एक ही छत के नीचे आमजन को उपलब्ध कराई जा सके. बताया गया कि पतसंडा पंचायत सरकार भवन का निर्माण करीब दो करोड़ 15 लाख 94 हजार 267 रुपये की लागत से कराया जा रहा है, लेकिन मौजूदा निर्माण कार्यों को देखकर अनियमितता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है. ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर संबंधित कार्य एजेंसी व दोषी पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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