जिले के सबसे बड़े हॉस्पिटल में टॉर्च की रोशनी में किया मरीज का इलाज

जिले के सदर अस्पताल में बिजली की अव्यवस्था सामने आयी है.

By PANKAJ KUMAR SINGH | December 23, 2025 9:57 PM

जमुई .जिले के सबसे बड़े अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवा के सभी दावों की पोल खुल गयी. दरअसल, जिले के सबसे बड़े अस्पताल में बिजली की अव्यवस्था सामने आयी है. मंगलवार की सुबह इमरजेंसी वार्ड में करीब एक घंटे तक बिजली गुल रहने से मरीजों व उनके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालात इतने गंभीर हो गये कि डॉक्टरों को मोबाइल फोन का टॉर्च जलाकर मरीजों का इलाज करना पड़ा. आग से झुलसे एक युवक को आकस्मिक हालत में इलाज के लिए लाया गया था. उसका उपचार भी मोबाइल की रोशनी में किया गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

अंधेरे में डूबा इमरजेंसी वार्ड

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक बिजली चली गयी और इमरजेंसी वार्ड अंधेरे में डूब गया. इस दौरान गंभीर हालत में पहुंचे मरीजों का इलाज बाधित हो गया. डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने किसी तरह मोबाइल टॉर्च की रोशनी में उपचार जारी रखा. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि चार से पांच मोबाइल की रोशनी में डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे हैं. परिजन नुनु खान ने बताया कि बिजली नहीं रहने के कारण अंधेरे में ही इलाज किया गया. उन्होंने कहा कि इस स्थिति में मरीज के साथ-साथ डॉक्टर और कर्मचारियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. परिजनों का कहना है कि सदर अस्पताल जैसे प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र में इस तरह की अव्यवस्था बेहद चिंताजनक है.

उठने लगे हैं कई सारे सवाल

बिजली कटने के बाद भी जनरेटर समय पर चालू नहीं किया गया, जिससे इमरजेंसी जैसी संवेदनशील जगह पर अंधेरा बना रहा. मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं, सदर अस्पताल के मैनेजर रमेश पांडेय ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी, जिसे बाद में ठीक कर लिया गया. हालांकि, इस घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों और आपात हालात से निपटने की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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