फुलवड़िया रावत टोला में सड़क नहीं, पगडंडी पर चलते हैं ग्रामीण

प्रखंड की कटौना पंचायत अंतर्गत फुलवड़िया रावत टोला वार्ड नं 10 के ग्रामीण आज भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं.

By PANKAJ KUMAR SINGH | April 1, 2025 9:13 PM

बरहट. प्रखंड की कटौना पंचायत अंतर्गत फुलवड़िया रावत टोला वार्ड नं 10 के ग्रामीण आज भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं. इस गांव के लोग मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए पगडंडियों का सहारा लेते हैं. बरसात के दिनों में हालात और भी खराब हो जाते हैं. जिससे गांव के लोगों का मुख्य सड़क तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है. ग्रामीणों ने कई बार सड़क निर्माण की मांग की लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इस कारण गांव के लोगों में इस समस्या को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है.

बरसात में स्कूल नहीं जा पाते हैं बच्चे

फुलवड़िया रावत टोला गांव कटौना बायपास मुख्य मार्ग से सटा हुआ है. लेकिन यहां के लोगों को सड़क की सुविधा नहीं मिली है. गांव में रहने वाले मांझी समुदाय के इलाके तक पीसीसी सड़क बनी हुई है. लेकिन रावत टोला के लोगों को अब भी कच्ची सड़क तक नसीब नहीं हुई. ग्रामीणों के अनुसार बारिश के दिनों में गांव की स्थिति और दयनीय हो जाती है. कई स्कूली बच्चे रास्ते कीचड़ और जलभराव के कारण स्कूल नहीं जा पाते जिससे उनकी शिक्षा प्रभावित होती है.

बीमार पड़ने पर अस्पताल जाना भी मुश्किल

ग्रामीणों महेश रावत, अर्जुन रावत, गुलाबी रावत, उमेश तांती, ग्रीस तांती, डब्लू रावत, उपेंद्र रावत, मन्नू रावत आदि ने बताया कि रात के समय अगर किसी ग्रामीण की तबीयत बिगड़ जाए तो अस्पताल ले जाना किसी चुनौती से कम नहीं होता. सड़क के अभाव में मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है. बरसात में यह समस्या और गंभीर हो जाती है क्योंकि पगडंडियों पर फिसलन और पानी भरने से रास्ता अवरुद्ध हो जाता है.

सरकार के दावे और हकीकत कुछ और

ग्रामीणों का कहना है कि सरकार हर गांव को सड़क से जोड़ने की बात तो करती है. लेकिन इस गांव में न तो पक्की सड़क बनी है और न ही कच्ची सड़क का निर्माण हुआ है. गांव में करीब डेढ़ सौ से अधिक मतदाता और लगभग 400 की आबादी है, फिर भी बुनियादी सुविधाओं की कमी बनी हुई है. ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रखंड अधिकारियों से सड़क निर्माण की मांग की लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे.

इस संबंध में पंचायत के मुखिया कपिल देव प्रसाद से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अभी पंचायत में पीएम आवास योजना का सर्वे चल रहा है. इस कार्य को लेकर हम भी फुलवाडिया गांव गये थे. ग्रामीणों ने सड़क की समस्या से अवगत कराया. किंतु सड़क बनाने के लिए गांव के ही कुछ ग्रामीण जमीन देना नहीं चाह रहे हैं. इस कारण सड़क नहीं बन पा रही है. जमीन मिलते ही योजना पारित कर सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा.

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