बरनार जलाशय निर्माण स्थल के समीप प्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी का शुभारंभ

बरनार जलाशय निर्माण स्थल का उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व मुख्य सचिव द्वारा हवाई सर्वेक्षण के अगले ही दिन शुक्रवार को इस परियोजना के निर्माण स्थल पर प्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी का शुभारंभ हो गया.

By PANKAJ KUMAR SINGH | April 4, 2025 9:33 PM

सोनो. बरनार जलाशय निर्माण स्थल का उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व मुख्य सचिव द्वारा हवाई सर्वेक्षण के अगले ही दिन शुक्रवार को इस परियोजना के निर्माण स्थल पर प्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी का शुभारंभ हो गया. इसके तहत निर्माण स्थल के समीप शुक्रवार को सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता सह समाजसेवी रमेश कुमार सिंह की अगुवाई में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में झाझा सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता दीपक प्रधान, सिंचाई अवर प्रमंडल 1 सोनो के सहायक अभियंता राहुल मिश्रा, सिंचाई अवर प्रमंडल 2 सोनो के अवर प्रमंडल पदाधिकारी अमित गुप्ता ने संयुक्त रूप से पूजा करने के उपरांत नारियल फोड़कर कार्यारंभ किया और उपस्थित लोगों के साथ इस महत्वाकांक्षी योजना के निर्विघ्न संपन्न के लिए प्रार्थना की. इसी मौके पर रमेश सिंह ने ड्रोन के ऑपरेटिंग सिस्टम में बटन दबाकर ड्रोन की उड़ान भरने का भी शुभारंभ किया. इससे पूर्व उन्होंने उपस्थित तमाम पदाधिकारियों को बुके और चादर देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन कामदेव सिंह ने किया. रमेश सिंह ने बताया कि प्री कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी के तहत कार्य की शुरुआत केनाल सर्वेक्षण के साथ किया गया. इसके लिए आधुनिक कैमरा और उपकरण से लैस ड्रोन की मदद ली जा रही है. महाराष्ट्र के पुणे से चार सदस्यीय टीम निर्माण स्थल पर पहुंचकर अत्याधुनिक ड्रोन कैमरा से बायां और दायां केनाल का सर्वे शुरू किया. इसमें केनाल की स्थिति से लेकर पाइप बिछाने तक की सभी संभावनाओं को कवर किया जायेगा, साथ ही केनाल के लिए जमीन भी चिह्नित की जायेगी. उन्होंने कहा कि 35 वर्षों बाद अब जल्द ही लोगों का इंतजार खत्म होगा और बरनार जलाशय का निर्माण होगा. कार्य प्रारंभ होने पर उपस्थित लोगों में खुशी देखी गयी. मौके पर उपरोक्त पदाधिकारियों के अलावे सिंचाई अवर प्रमंडल सोनो के कनीय अभियंता मृत्युंजय कुमार गुप्ता व ललन रजक, दिलीप पासवान, रंजीत यादव, शंभु दास, लीलो यादव, सुरेश शर्मा व अन्य काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

सर्वे कार्य में सेटेलाइट से ली जायेगी मदद

केनाल सर्वेक्षण के लिए पुणे से आयी टीम ने जिस ड्रोन का उपयोग किया है, वह सामान्य नहीं है बल्कि आधुनिक कैमरा व उपकरण से लैस बड़ा ड्रोन है. सर्वे के दौरान टीम सेटेलाइट से भी मदद लेगी. सेटेलाइट से जोड़ने वाली मशीन को भी लगाया गया है. पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरह के नयी तकनीक और आधुनिक उपकरण से काम काफी आसान हो जायेगा.

ओपन केनाल की जगह अब बनेगा कवर केनाल

जलाशय बनने के बाद जल निकलने और खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए जो केनाल बनना है वह पहले ओपन केनाल के रूप में प्रस्तावित था. इसके लिए उस वक्त कार्य भी हुआ था, परंतु अब कवर केनाल बनाया जायेगा. ओपन केनाल के भीतर ही पाइप लगाकर इसे बनाया जायेगा और पानी का डिस्ट्रीब्यूशन भी पाइप से ही होगा. इसके लिए भी सर्वे प्रारंभ हुआ है.

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