हाड़ कंपाने वाली ठंड से ठिठुरे शहरवासी, घरों में दुबके लोग

बीते दस दिनों से हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दस किलोमीटर की रफ्तार से चल रही पछुआ हवा ने लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल दिया है.

By PANKAJ KUMAR SINGH | December 29, 2025 9:41 PM

जमुई . बीते दस दिनों से हाड़ कंपा देने वाली ठंड से लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. दस किलोमीटर की रफ्तार से चल रही पछुआ हवा ने लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल दिया है. लोग सुबह देर से घर से निकलते हैं और शाम होते ही घर में दुबक जाते हैं. इस ठंड में बुजुर्ग व बच्चों के साथ गरीबों पर तो जैसे आफत ही आ गयी. मगर, इससे बचाव के लिए उन्हें कहीं कोई राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. गीजर, हीटर तथा एयर कंडीशन रहनेवाले जनप्रतिनिधियों को इससे कोई सरोकार नहीं है. वहीं नगरपरिषद सहित पूरा प्रशासनिक महकमा को अपनी जिम्मेदारी का एहसास नहीं है. तापमान लगातार गिर रहा है और दिन से लेकर रात तक कोहरे से ढकी हुई हैं. खेत के ऊपर पाले की परत जमने लगी है. कांपता ये शरीर जाये तो कहां जाये. सबसे अधिक परेशानी रिक्शा, ठेला चालक सहित मजदूरों को हो रही है.

अगले एक सप्ताह तक ठंड से नहीं मिलेगी राहत

मौसम का पारा जहां दिन में भी लुढ़कने लगा है वहीं धूप के दर्शन भी दुर्लभ हो गये हैं. सोमवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाये रहे, जबकि दस किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही सर्द हवा हांड़ कपाने का एहसास कराती रही. कंपकंपाती ठंड से हर कोई हलकान है. सोमवार को इस सीजन का सबसे ज्यादा ठंडा का एहसास किया गया. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो ठंड की स्थिति अगले एक सप्ताह तक बनी रहेगी. इस दौरान दिन में भी तापमान कम रहेगा और रात के समय ज्यादा गिरावट आ सकती है. मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से बचने की अपील की है. खासतौर पर बच्चों को ठंड से बचाने की सलाह दी ग्यी है. सोमवार को मौसम का अधिकतम तापमान 16 एवं न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

आलू की फसल में पाला पड़ने का बढ़ा खतरा

बदलते मौसम में कृषि पर प्रभाव को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि अभी ठंड का मौसम में ओस उत्पन्न होती है और पाला पड़ने की संभावना बढ़ जाती है. इससे फसलों को काफी नुकसान हो सकता है. इसके लिए किसानों को सावधान रहने की आवश्यकता है. आलू एवं टमाटर के खेत को पानी से पटाया जाने पर पाल का असर कम हो सकता है. उन्होंने बताया कि पाला पड़ने से पौधों की कोशिकाओं में मौजूद जल के कण बर्फ में बदल जाते हैं. इस वजह से पौधे के आस-पास अधिक घनत्व होने के कारण पौधों की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती है इससे पौधों के विभिन्न प्रकार की क्रिया कार्बन डाइऑक्साइड, ऑक्सीजन, वाष्पोत्सर्जन करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके परिणाम स्वरूप पौधे विकृत हो सकते हैं. इस वजह से फसल को नुकसान होता है साथ ही उपज और गुणवत्ता में भी काफी कमी देखने को मिलती है. उन्होंने बताया कि पाला में सबसे अधिक क्षति आलू टमाटर की फसल को होती है. पाला से गेहूं और जौ में 20 फीसदी तक सरसों, जीरा, धनिया, मटर, चना, में लगभग 30 से 40 फीसदी तक सब्जियों में आलू, टमाटर, मिर्ची, बैगन आदि में 40 से 60 फीसदी तक क्षति होती है. जबकि बंधा गोभी एवं फूलगोभी पर भी काफी असर होता है. इसका विकास रुक जाता है. पते झुलस जाते हैं और फसल बर्बाद हो जाती है. इसलिए ठंड के मौसम में किसानों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.

ठंडा पड़ गया बाजार का कारोबार

कड़ाके की ठंड शुरू हो जाने के कारण बाजार का पूरा कारोबार ठंडा पड़ गया है या अलग बात है कि गर्म कपड़े, हीटर व दवाओं की दुकानों पर लोग नजर आ जाते हैं पर सामान्य दुकानों से बिक्री गायब है. एक तो कंपकंपा देने वाली ठंड के कारण बाजार की दुकानें देर से खुलती हैं और ग्राहकी के अभाव में शाम होने से पहले बंद भी हो जाती है. आलम यह है कि विभिन्न बाजारों में औसतन 50 फीसदी बिक्री कम हो गयी.

लापरवाही पड़ रही है भारी

ठंड में लापरवाही करना लोगों को भारी पड़ रहा है. ठंड के कारण सदर अस्पताल से लेकर निजी क्लिनिकों में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है. सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ घनश्याम सुमन ने बताया कि ठंडी हवाओं से बचकर रहने की जरूरत है. घर में भी गर्म कपड़ा पहना, खाली पैर न चले, गर्म खाना खाएं. दवाओं के सेवन में लापरवाही न करें. किसी भी तरह की परेशानी होने पर फौरन डाक्टरों से संपर्क करें.

शीतलहर के बीच गर्म कपड़ों की बढ़ी मांग

मौसम के बदलते तेवर के बीच ठंड में वृद्धि के कारण गर्म कपड़ों और उपकरणों के ठंडा पड़ा बाजार अचानक गर्म हो गया है. कड़ाके की ठंड से हीटर-गीजर और ब्लोअर के साथ गर्म कपड़ों में मांग बढ़ गयी है. सुस्त पड़े इस कारोबार में अचानक उछाल के बाद व्यापारी खुश दिखे. जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों के बाजारों में इन दिनों गर्म कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की खरीदारी को लोग पहुंच रहे हैं. खरीदारों की भीड़ व ठंड के मद्देनजर दुकानदारों ने हर रेंज का सामान उपलब्ध करा रहे हैं. मंगलवार को शहर के कचहरी रोड, बोधवन तालाब रोड, महिसौड़ी, महाराजगंज स्थित कपड़े की दुकान और फुटकर दुकानों पर लोग अपने बजट के अनुरुप गर्म कपड़े की खरीदारी करते दिखे. शहर में टोपी से लेकर उलेन मोजा तक की जमकर खरीदारी हो रही है.

अगले छह दिनों में जिले का तापमान

कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख डॉ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 16 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 18 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस, बुधवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस, गुरुवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तथा शनिवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस, रविवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहेंगी.

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