बिहार में 2878 किमी नयी रेलवे लाइन बिछाने की है योजना, 52 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों में 17 पर लगा है ब्रेक

बिहार में रेल लाइनों को दोहरीकरण करने के कुल 16 प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है. इसमें दो को छोड़ कर सभी पूर्व मध्य रेलवे के प्रोजेक्ट हैं. रेलवे बोर्ड की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 16 में सिर्फ मात्र दो किमी के एक प्रोजेक्ट मानपुर से गया बाइपास को छोड़ कर सभी सभी प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar | May 1, 2023 3:58 AM

अनिकेत त्रिवेदी, पटना. रेलवे की राज्य में चल रही 52 रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में से 17 प्रोजेक्टों में ब्रेक लग गया है. आरटीआइ से मांगी गयी जानकारी पर रेलवे बोर्ड की ओर से दिये गये जवाब के अनुसार राज्य में रेलवे की 32 में 15 नयी रेलवे लाइन बिछाने, एक लाइन दोहरीकरण और एक गेज परिवर्तन के प्रोजेक्ट को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है. फिलहाल इन पर सैकड़ों करोड़ की राशि खर्च होने के बाद भी रेलवे ने कई जगहों पर राशि के अभाव, जमीन की समस्या, उपयोगिता का आधार सहित अन्य कारणों के आधार पर इन प्रोजेक्टों पर रोक लगाया गया है. वहीं, रेलवे बोर्ड के अनुसार राज्य की 32 नये प्रोजेक्ट में कुल 2 हजार 2 सौ 78 किमी रेलवे लाइन का जाल फैलाया जाना है. इसमें कुछ प्रोजेक्ट लगभग पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा चार गेज परिवर्तन और 16 दोहरीकरण के प्रोजेक्ट में 2 हजार एक सौ 33 किमी की रेलवे लाइन बिछाई जानी है.

100 किमी से अधिक लंबाई वाले 11 प्रोजेक्ट

32 नयी रेलवे लाइन बिछाने वाले प्रोजेक्ट में 11 प्रोजेक्ट ऐसे हैं. जिसकी लंबाई 100 किमी से अधिक है. इसमें सबसे लंबा प्रोजेक्ट सीतामढ़ी-जयनगर- निर्मली वाया सुरसंड का है. इस प्रोजेक्ट की लंबाई 189 किमी है और इसका बजट 2833.08 करोड़ है और मार्च 2022 तक इस प्रोजेक्ट में मात्र 3.20 करोड़ की राशि खर्च हुई है. रेलवे बोर्ड की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट को भी सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, सबसे छोटी परियोजना जोगबनी-विराटनगर नेपाल तक की है. इस प्रोजेक्ट की लंबाई 19 किमी है और इस पर 402 करोड़ खर्च किये जाने हैं. वहीं मार्च 2022 तक इस पर 333.46 करोड़ खर्च हो चुके हैं. कमोबेश ये प्रोजेक्ट पूरा होने के कगार पर है. हालांकि, ये योजना नार्थ-फ्रंटियर रेलवे की है.

बड़े प्रोजेक्ट (जो चल रहे हैं )

  • प्रोजेक्ट – लंबाई (किमी में ) – बजट (करोड़ में ) – अब तक खर्च राशि (करोड़ में )

  • रामपुर हाट- मंदारहिल वाया दुमका – 159 – 1458 – 1362.58

  • दनियावां से शेखपुरा वाया बिहारशरीफ – 167 – 1540.81 – 1498.77

  • अररिया से गलगलिया ( ठाकुरगंज ) – 111 – 2145 – 1151.38

  • बिहटा से औरंगाबाद वाया अनुग्रह नारायण रोड – 120 – 2995.01 – 2.88

  • गया- बोधगया – चतरा – 135 – 4543 – 15.58

बड़े प्रोजेक्ट (जो रुक गये हैं )

  • प्रोजेक्ट – लंबाई (किमी में ) – बजट (करोड़ में ) – अब तक खर्च राशि (करोड़ में )

  • बांका – भीतिया रोड – – 154 – 1425.44 – 638.03

  • सीतामढ़ी-जयनगर- निर्माली वाया सूर्संड- 189 – 2833.08 – 3.20

  • आरा -भभुआ रोड – 150 – 2396 .88 – 0.44

  • गया- डाल्टेंनगंज वाया रफीगंज – 137 – 2860.55 – 1.15

  • मोतीहारी – सीतामढ़ी – 77 – 1006.75 – 43.34

  • दरभंगा- कुशेश्वर स्थान – 70 – 366.73 – 5.21

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दोहरीकरण के 16 प्रोजेक्ट, एक पर ब्रेक

बिहार में रेल लाइनों को दोहरीकरण करने के कुल 16 प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है. इसमें दो को छोड़ कर सभी पूर्व मध्य रेलवे के प्रोजेक्ट हैं. रेलवे बोर्ड की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 16 में सिर्फ मात्र दो किमी के एक प्रोजेक्ट मानपुर से गया बाइपास को छोड़ कर सभी सभी प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है. इसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट 256 किमी का नरकटियागंज- रक्सौल- सीतामढ़ी- दरभंगा और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलवे लाइन दोहरीकरण का है. इसमें 2555 करोड़ की राशि खर्च की जानी है.

क्या बोले अधिकारी 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार ने कहा कि कौन सा प्रोजेक्ट किस कारण से रुका है. इसकी जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

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