hajipur news. आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देंगे व्रती

चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन छठव्रतियों ने किया खरना, छठ पूजा की खरीदारी को लेकर बाजारों में बढ़ी चहल-पहल

By Shashi Kant Kumar | April 2, 2025 10:56 PM

हाजीपुर . महापर्व चैती छठ को लेकर बुधवार को शहर में काफी चहल-पहल रही. बाजारों में छठ पूजा के सामान की खरीदारी के लिए देर शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही. छठ पूजा के अवसर पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नगर परिषद की ओर से घाटों पर की जा रही तैयारी पूरी हो चुकी है. लोक आस्था के इस महापर्व का अनुष्ठान मंगलवार को शुरू हुआ. चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन बुधवार को व्रतियों ने नियम-निष्ठा के साथ खरना किया. सूर्योपासना के पर्व को लेकर व्रतियों के घरों में श्रद्धा और भक्ति का वातावरण बना हुआ है. पूजन सामग्रियों और मौसमी फलों की खरीदारी को लेकर शहर के गुदरी बाजार, राजेंद्र चौक, गांधी चौक, स्टेशन चौक, जढुआ समेत अन्य बाजारों में भीड़ देखी गयी. दिन भर खरना की तैयारी और पर्व के सामान की खरीदारी में लोग लगे रहे. फलों और अन्य सामान की बढ़ी कीमतों पर लोगों की आस्था भारी पड़ रही है. सस्ता-महंगा की परवाह किये बिना लोग जरूरत के अनुसार पूजा की खरीदारी कर रहे हैं. छठ महापर्व साल में दो बार मनाया जाता है. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्टी तथा चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की षष्टी तिथि को यह पर्व होता है. हालांकि चैती छठ करने वाले व्रतियों की संख्या कार्तिक छठ की तुलना में काफी कम होती है. जिन लोगों के यहां चैती छठ का पर्व होता है, उनके घरों में भक्ति और उल्लास का माहौल है और लोग पूजा के सामान जुटाने में लगे हैं. दिन भर उपवास पर रहते हुए छठ व्रतियों ने अपने घर-आंगन, बर्तन-बासन आदि की सफाई की. सूर्यास्त के बाद स्नान-ध्यान किया. नगर के कौनहारा घाट, सीढ़ी घाट समेत अन्य घाटों पर स्नान करने और गंगाजल लेने के लिए छठ व्रतियों की भीड़ देखी गयी. अपने तन-मन को शुद्ध करने के बाद व्रतियों ने घर में नियम-निष्ठा के साथ मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ की खीर और रोटी बनायी. इसके बाद पूजा-अर्चना करते हुए छठी मइया को भोग लगाया. इसके बाद व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया और परिजनों व पड़ोसियों को प्रसाद खिलाया.

नदी घाटों पर किये गये आवश्यक इंतजाम

अनुष्ठान के तीसरे दिन गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए छठ व्रती नगर के विभिन्न घाटों और जलाशयों पर पहुंचेंगे. 36 घंटे के निर्जला उपवास के दौरान व्रती घाटों पर पहुंच जल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. छठ व्रतियों के सुरक्षित स्नान और पूजा-अर्चना में कोई कठिनाई नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर परिषद की ओर से घाटों पर आवश्यक इंतजाम किये गये हैं. नगर के कौनहारा घाट, नमामि गंगे घाट, सीढ़ी घाट, पुराना पुल घाट, बूटन दास घाट, महेश्वर घाट, चित्रगुप्त घाट, कदम घाट और नयी सड़क पुल घाट पर बैरिकेडिंग और रोशनी की व्यवस्था की गयी है. घाटों पर चेंजिंग रूम भी बनाये गये हैं. इन घाटों पर साफ-सफाई से लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. स्नान-पूजा और अर्घ दिये जाने वाले घाटों पर एसडीआरएफ की टीम तैनात की गयी है. एसडीआरएफ के जवान मोटरबोट से नदी में गश्ती करते रहेंगे. छठ पूजा के दौरान नदी में निजी नावों के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है.

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