भदसी जंगल : प्रकृति की गोद में पिकनिक मनाने की तैयारी, नये साल पर उमड़ेगी भीड़

भोरे. नये साल के आगमन को लेकर जिले के ऐतिहासिक और पौराणिक भदसी जंगल में उत्साह का माहौल है.

By Sanjay Kumar Abhay | December 30, 2025 6:07 PM

भोरे. नये साल के आगमन को लेकर जिले के ऐतिहासिक और पौराणिक भदसी जंगल में उत्साह का माहौल है. विजयीपुर और भोरे प्रखंड की सीमा पर स्थित इस विशाल वन क्षेत्र में एक जनवरी को पिकनिक मनाने के लिए हजारों की संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है. महाभारत कालीन मान्यताओं और राजा भूरिश्रवा की तपोभूमि के रूप में विख्यात यह स्थल अब स्थानीय लोगों के लिए सबसे पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बन चुका है. लगभग 56 एकड़ में फैले इस घने जंगल की हरियाली और यहां की शांति शहर की भागदौड़ से दूर सुकून तलाश रहे लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. नये साल के पहले दिन यहां न केवल गोपालगंज, बल्कि पड़ोसी जिले सीवान और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ पहुंचते हैं. बच्चों के खेलने के लिए खुले मैदान और छायादार वृक्षों के नीचे भोजन पकाने का आनंद ही कुछ और होता है. भदसी जंगल सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. पिकनिक मनाने आए श्रद्धालु जंगल के भीतर स्थित महा भारत कालीन राजा भुरिश्रवा ने मंदिर में तपस्या किया करते थे. इस प्राचीन मंदिरों में माथा टेक कर अपने नये साल की शुरुआत करते हैं. यहां के खंडहर और प्राचीन अवशेष युवाओं के लिए सेल्फी और फोटोग्राफी का मुख्य केंद्र बने हुए हैं. भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और पुलिस मुस्तैद है. विजयीपुर थाना द्वारा जंगल के मुख्य द्वारों और संवेदनशील रास्तों पर पुलिस बल की तैनाती की योजना बनायी गयी है, ताकि हुड़दंगियों पर लगाम कसी जा सके. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जंगल के भीतर प्लास्टिक और कचरा न फैलाएं. जंगली जीवों और पौधों को नुकसान न पहुंचाएं. अग्नि सुरक्षा का ध्यान रखें और खाना बनाने के बाद आग पूरी तरह बुझा दें.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है