धरती पर धर्म की पुनः स्थापना के लिए भगवान विष्णु ने लिया मानव का अवतार : पं. योगेंद्र
थावे. स्थानीय प्रखंड की वृंदावन पंचायत के मौजे वृंदावन गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत पुराण कथा में रविवार की देर शाम बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे.
थावे. स्थानीय प्रखंड की वृंदावन पंचायत के मौजे वृंदावन गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत पुराण कथा में रविवार की देर शाम बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे. कथावाचक वाराणसी के पं. योगेंद्र तिवारी ने भगवान विष्णु के अवतारों की महिमा बताते हुए कहा कि जब-जब धरती पर अधर्म और अत्याचार बढ़ा है, तब-तब भगवान ने स्वयं अवतार लेकर धर्म की पुनः स्थापना की है. उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा आया, जब राक्षसों का अत्याचार चरम पर था, साधु-संत और देवता भी भयभीत हो उठे. धरती पर अधर्म का बोलबाला हो गया था. तब भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के यहां श्रीराम के रूप में अवतार लिया और अपने धनुष-बाण से राक्षसों का संहार कर धरती को भयमुक्त किया. पं. तिवारी ने बताया कि भगवान के अवतार मानवता को यह संदेश देते हैं कि धर्म की रक्षा के लिए सदाचार और साहस आवश्यक है. कथा के दौरान रंजन कुमार ने कथावाचक का फूलमाला एवं अंगवस्त्र पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया. कथा सुनने के लिए आसपास के कई गांवों से श्रद्धालु पहुंचे थे. कार्यक्रम में रंजीत तिवारी उर्फ छोटे तिवारी, रंजन कुमार, रमेश यादव, जनकदेव सिंह, बलिराम सिंह, मुना शुक्ल, मनीष मिश्रा, सुबोध सिंह, पारस सिंह, अशोक तिवारी, पैक्स अध्यक्ष एकलाख अहमद, विजय कुमार, गुराजी यादव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे. श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक माहौल से पूरा गांव देर शाम तक राममय बना रहा.
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