Political News : सोशल मीडिया में भ्रम फैलाकर चुनाव प्रभावित करने की साजिश

विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे परवान चढ़ रहा है, वैसे-वैसे बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज सदर और हथुआ विधानसभा क्षेत्रों में सोशल मीडिया पर भ्रामक व व्यक्तिगत आक्षेप वाले पोस्ट वायरल हो रहे हैं.

By SHAH ABID HUSSAIN | October 24, 2025 8:46 PM

गोपालगंज. विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे परवान चढ़ रहा है, वैसे-वैसे बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज सदर और हथुआ विधानसभा क्षेत्रों में सोशल मीडिया पर भ्रामक व व्यक्तिगत आक्षेप वाले पोस्ट वायरल हो रहे हैं. चुनाव को प्रभावित करने की मंशा से पुराने वीडियो और ऑडियो को फिर से वायरल किया जा रहा है. कुछ फेक आइडी के माध्यम से एआइ तकनीक की मदद से नये वीडियो-ऑडियो तैयार कर प्रचारित किये जा रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियां इन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक 143 साइटों को रडार पर रखा गया है और उनकी हर गतिविधि की मॉनीटरिंग की जा रही है. पुलिस कप्तान अवधेश कुमार ने कहा कि किसी उम्मीदवार या समुदाय के खिलाफ गलत टिप्पणी या व्यक्तिगत आक्षेप पाये जाने पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी. कुछ मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी भी की जा रही है. चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया के जरिये चुनाव को प्रभावित करने की किसी भी कोशिश को गंभीरता से लिया जाएगा. ऐसे पोस्ट साझा करने या फेक आइडी चलाने वालों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

थोक एसएमएस भेजने के लिए अनुमति अनिवार्य

डीएम पवन कुमार सिन्हा ने बताया कि विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी द्वारा भेजे जाने वाले थोक एसएमएस चाहे वह ऑडियो, वीडियो या टेक्स्ट संदेश हों उनके चुनावी खर्च में शामिल किये जायेंगे. ऐसे संदेश भेजने से पहले मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति (एमसीएमसी) से अनुमति लेना आवश्यक है. आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर भी कार्रवाई की जायेगी. निर्वाचन आयोग ने मतदान से 48 घंटे पहले तक राजनीतिक प्रकृति के थोक एसएमएस पर प्रतिबंध लगाया है. मोबाइल सेवा प्रदाताओं को ऐसे सभी संदेशों की जानकारी एमसीएमसी को देने के निर्देश जारी किये गये हैं.

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