शेरघाटी में अकीदत के साथ संपन्न हुआ मौलाना सैयद का उर्स
आपसी सद्भाव व एकता के प्रतीक सूफी संत हजरत मौलाना सैयद अब्दुर्रहमान (रह) का दो दिवसीय 189 वां उर्स मुबारक
शेरघाटी. आपसी सद्भाव व एकता के प्रतीक सूफी संत हजरत मौलाना सैयद अब्दुर्रहमान (रह) का दो दिवसीय 189 वां उर्स मुबारक गुरुवार को संपन्न हुआ. पहले दिन बुधवार को नमाज के बाद कुरानखानी हुई. इसके बाद चादरपोशी की गयी. जिसमें सैकड़ों की तादाद में जायरीन ने भाग लिया. इस दौरान दुआ मगफरत मांगी गयी. भारी संख्या में लोगों ने मजार पर अकीदत के साथ चादरपोशी कर नेकी और बरकत की दुआ मांगी. शहर के रहमान नगर में आयोजित उर्स में प्रत्येक वर्ष स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के कस्बों के साथ साथ दूसरे प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में यहां उर्स में शरीक होने आते हैं. दरगाह के आसपास एवं रास्ते में साफ सफाई एवं रोशनी के पर्याप्त व्यवस्था किए गए थे. उर्दू की हर साल 28 व 29 को दो दिनों का उर्स मनाया जाता है. शाम में सरकारी चादर चढ़ाने के दौरान पूर्व मंत्री डॉ विनोद यादव प्रमोद वर्मा ,नाज अशरफ, समाजसेवी आबीद ईमाम, वसीम अकरम, समीऊर रहमान, शाकिल अहमद, नाजिब अख्तर, जिशान अख्तर इत्यादि लोग मौजूद रहे. दरगाह के मुतवल्ली फिरदौस गनी ने बताया कि हर साल यहां उर्स होता है. यहां आने वाले लोगों की मुरादे पूरी होती हैं. लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होती है. दरगाह कमिटी की ओर से साफ़ सफाई पेयजल एवं रोशनी का इंतेज़ाम हर साल किया जाता है. उन्होंने बताया कि देर रात तक दरगाह पर पहले दिन से लेकर दूसरे दिन तक अकीदतमंदों की आवाजाही होती रही. सालाना उर्स को लेकर दरगाह और आसपास की खूबसूरती देखते बन रही थी.
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