Pitru Paksha 2025: गयाजी में इस बार फ्री में ठहर सकते हैं यहां, इस टेंट सिटी में मिलेगी सारी सुविधाएं
Pitru Paksha 2025: गयाजी में 6 सितंबर 2025 से पितृपक्ष मेला शुरू हो रहा है. लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने आवास और सुविधाओं की पूरी तैयारी कर ली है. इस बार 18 हजार लोगों के लिए सरकारी आवासों में निःशुल्क ठहरने की व्यवस्था की गई है, साथ ही गांधी मैदान में 2500 श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी बनाई गई है.
Pitru Paksha 2025: गयाजी में 6 सितंबर 2025 से पितृपक्ष मेला शुरू हो रहा है, जिसके लिए जिला प्रशासन ने विशेष तैयारियां पूरी कर ली हैं. लाखों श्रद्धालु यहां अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पण करने आएंगे. गया में कुल 55 पिंडदान वेदियां और 9 तर्पण स्थल बनाए गए हैं, जिनमें रामशिला, प्रेतशिला, ब्रह्म सरोवर और सूर्यकुंड प्रमुख हैं. श्रद्धालुओं के लिए 64 सरकारी आवासों में 18 हजार लोगों की निःशुल्क ठहरने की व्यवस्था की गई है, साथ ही गांधी मैदान में 2500 श्रद्धालुओं की क्षमता वाला टेंट सिटी भी तैयार है. यहां शौचालय, पानी, सफाई, सुरक्षा, रोशनी, भोजन और गंगाजल तक की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
सरकारी आवासों में है रहने की सुविधा
इस बार प्रशासन ने आवास और अन्य व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया है. 64 सरकारी आवासों में लगभग 18 हजार श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क रहने की सुविधा होगी. इसके अलावा, पर्यटन विभाग की ओर से गांधी मैदान में 2500 लोगों की क्षमता वाला टेंट सिटी भी तैयार किया गया है. यहां भी श्रद्धालुओं को मुफ्त ठहराया जाएगा.
कुल 55 पिंडदान वेदियां की गईं है तैयार
पितृपक्ष के दौरान प्रत्येक तिथि का धार्मिक महत्व अलग माना जाता है. इसी वजह से विशेष दिनों पर मंदिरों और वेदियों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं. गया में इस अवसर के लिए कुल 55 पिंडदान वेदियां तय की गई हैं, जिनमें 45 गयाजी शहर में और एक पटना जिले के पुनपुन में है.
बनाए गए हैं 9 तर्पण स्थल
महत्वपूर्ण सरोवरों में ब्रह्म सरोवर, रुक्मिणी तालाब, पितामहेश्वर, रामशिला, वैतरणी, सूर्यकुंड, गोदावरी और प्रेतशिला शामिल हैं. साथ ही देवघाट, गजाधर घाट, ब्राह्मणी घाट और सीढ़ियां घाट भी प्रशासन की तैयारियों में शामिल हैं.
मिलेंगी ये सुविधाएं
रुकने की जगहों पर श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, पीने के पानी, साफ-सफाई, रोशनी, सुरक्षा और भोजन पकाने की व्यवस्था की गई है. इन स्थलों पर खाने की सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी. खास बात यह है कि इस साल भी गांधी मैदान स्थित टेंट सिटी में श्रद्धालुओं के लिए गंगाजल भी मिलेगी.
साफ-सफाई पर है पूरा ध्यान
पितृपक्ष मेले के दौरान पूरे गया शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने की खास तैयारी की गई है. घाटों, तालाबों, मंदिरों और आवास स्थलों की पूरी सफाई की जा रही है. शहर को 4 जोन और 54 सेक्टरों में बांटकर आउटसोर्सिंग के ज़रिए सफाई कराई जा रही है. नगर निगम ने इसके लिए 30 हजार अतिरिक्त सफाईकर्मियों को शिफ्टों में लगाया है. फल्गु नदी को स्वच्छ रखने के लिए ट्रैश क्लीनिंग बोट का इस्तेमाल हो रहा है.
स्वास्थ्य सुविधा के लिए लगाए गए है इतने शिविर
श्रद्धालुओं को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए 96 जगहों पर 299 हैंडपंप, 43 प्याऊ और 620 नल लगाए गए हैं. साथ ही 20 पानी के टैंकर और 4 वाटर एटीएम भी रहेंगे. स्वच्छता के लिए 633 स्थायी शौचालयों की मरम्मत कराई गई है, जबकि 240 अस्थायी शौचालय और 131 स्नानागार भी बनाए गए हैं. स्वास्थ्य सुविधा के लिए 70 शिविर लगाए गए हैं, जिनमें 125 डॉक्टर और 178 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे. प्रमुख अस्पतालों में 245 से अधिक बेड रिज़र्व रखे गए हैं और 12 एडवांस एंबुलेंस, 2 शव वाहन और 5 मोबाइल मेडिकल टीमें उपलब्ध रहेंगी.
इस वेबसाइट से ले सकते हैं जानकारी
पूरे मेला क्षेत्र को रोशनी से जगमगाने के लिए 49 हाईमास्ट, 34 मिनी हाईमास्ट, 3500 स्ट्रीट लाइट और 7500 तिरंगा रोप लाइट लगाई गई हैं. तीर्थयात्री मेले से जुड़ी सभी जानकारी आसानी से पाने के लिए वेबसाइट www.pinddaangaya.bihar.gov.in और मोबाइल ऐप पिंडदान गया का उपयोग कर सकेंगे. इस ऐप पर आवास, स्वास्थ्य, पुलिस शिविर, बस स्टैंड, वेदियाँ, घाट, एटीएम और पेट्रोल पंप तक की जानकारी उपलब्ध है.\
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