सीयूएसबी की शोधार्थी छात्रा को जापान में मिली सहायक प्रोफेसर की नौकरी
छात्रा डॉ आराधना कुमारी को मिलेगी 3,50,000 रुपये हर महीने के शुरुआती सैलरी
बोधगया.
सीयूएसबी के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ विजय राज सिंह के मार्गदर्शन में पीएचडी करने वाली शोधार्थी छात्रा डॉ आराधना कुमारी को जापान स्थित विश्व प्रसिद्ध सिंक्रोट्रॉन रेडिएशन फैसिलिटी में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति का प्रस्ताव मिला है. सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा, भौतिक व रासायनिक विज्ञान के डीन प्रो अतुल प्रताप सिंह, भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो बुधेंद्र कुमार सिंह व अन्य संकाय सदस्यों ने डॉ आराधना को इस उपलब्धि पर बधाई दी है. कुलपति प्रो के एन सिंह ने कहा कि डॉ आराधना की उपलब्धि विश्वविद्यालय के सभी शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो यह साबित करती है कि दृढ़ संकल्प, मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से वैश्विक स्तर पर कामयाबी हासिल की जा सकती है. सीयूएसबी के पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि डॉ आराधना को 3,50,000 रुपये प्रति माह के शुरुआती पारिश्रमिक पर एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित प्रोफाइल पर एक टेन्योर-ट्रैक पद पर नौकरी की पेशकश की गयी है. डॉ आराधना ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से स्वर्ण पदक के साथ भौतिकी में एमएससी की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात चार जनवरी 2021 को डॉ विजय राज सिंह के मार्गदर्शन में पीएचडी छात्र के रूप में सीयूएसबी में नामांकन लिया. 2023 से सीयूएसबी के डॉ जगन्नाथ रॉय एक सह-पर्यवेक्षक के रूप में उनके पीएचडी कार्य में शामिल हुए व उन्होंने सामग्री संश्लेषण तकनीकों में बहुमूल्य प्रशिक्षण और सहायता प्रदान की. डॉ विजय राज सिंह ने कहा कि अपनी पीएचडी के दौरान डॉ आराधना ने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 14 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किये मौखिक परीक्षा में, जहां बाहरी परीक्षक ने उनके उत्कृष्ट शोध योगदान की सराहना की व उन्हें विदेश में पोस्ट डॉक्टरल शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
