हरानचंद्र स्कूल का अस्तित्व बचाने के लिए डीएम से अपील

गया: शहर के किरानी घाट इलाके में स्थित प्लस टू हरानचंद्र उच्च विद्यालय का अस्तित्व बचाने के लिए उसी स्कूल से 90 के दशक में पढ़ाई करनेवाले छात्र धीरेंद्र कुमार ने डीएम कुमार रवि से अपील की है. डीएम को सौंपे आवेदन में धीरेंद्र ने बताया है कि हरानचंद्र स्कूल सौ वर्षों से अधिक समय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2017 8:38 AM
गया: शहर के किरानी घाट इलाके में स्थित प्लस टू हरानचंद्र उच्च विद्यालय का अस्तित्व बचाने के लिए उसी स्कूल से 90 के दशक में पढ़ाई करनेवाले छात्र धीरेंद्र कुमार ने डीएम कुमार रवि से अपील की है. डीएम को सौंपे आवेदन में धीरेंद्र ने बताया है कि हरानचंद्र स्कूल सौ वर्षों से अधिक समय से उसी स्थान पर है, जहां उसकी स्थापना की गयी थी.

स्कूल के संस्थापक ओजेंद्र नाथ वासू ने स्कूल का नामाकरण अपने पिता हरानचंद्र वासू के नाम से किया था. 1917 में अराजकीय विद्यालय द्वारा सरकारीकरण के बाद कमेटी द्वारा प्रबंध व नियंत्रण होता था. जब तक स्कूल के संस्थापक ओजेंद्र नाथ वासू जीवित थे, तब तक स्कूल से संबंधित जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ, लेकिन करोड़ों रुपयों की स्कूल की जमीन पर भू-माफियाओं की नजर है.

बोलीं स्कूल की प्राचार्या : प्लस टू हरानचंद्र उच्च विद्यालय की प्राचार्या अतिया जमील ने बताया कि स्कूल की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. मामला हाइकोर्ट में चल रहा है. जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से स्कूल के जमीन के मामले पर नजर रखी जा रही है.

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