गया : बच्चों को दें नैतिक मूल्यों की शिक्षा : आरसीपी सिंह

16 जिलों से आये शिक्षकों को किया गया सम्मानित गया : शिक्षक विकास व शांति के दूत हैं. लिहाजा शिक्षा में शांति व संस्कार की हर समय आवश्यकता रही है. मानव मूल्य आधारित शिक्षा ही विद्यार्थी को महान विकास की ओर ले जाती है. यही वजह है कि मानव मूल्यों का विश्व में कोई धरोहर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 23, 2019 9:08 AM
16 जिलों से आये शिक्षकों को किया गया सम्मानित
गया : शिक्षक विकास व शांति के दूत हैं. लिहाजा शिक्षा में शांति व संस्कार की हर समय आवश्यकता रही है. मानव मूल्य आधारित शिक्षा ही विद्यार्थी को महान विकास की ओर ले जाती है. यही वजह है कि मानव मूल्यों का विश्व में कोई धरोहर है, तो वह हिंदुस्तान और गया जी हैं.
उक्त बातें कुजापी में आयोजित अखिल भारतीय मौर्य शिक्षक सह शिक्षा मंच की ओर से टिकारी विधायक अभय कुशवाहा द्वारा अपने शिक्षक पिता रामवृक्ष प्रसाद को सम्मान देते हुए 16 जिलों के शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी नैतिक मूल्यों के प्रति सजग रहते हुए बच्चों को शिक्षा देनी चाहिए, न कि मोबाइल पर गेम खेलने की छूट. इन दिनों शिक्षा के नाम पर व्यावसायिक पाठ्यक्रम का जबर्दस्त आकर्षण है. लेकिन वहां से नैतिक और मानव मूल्य व संस्कार कोसों दूर हैं.
शिक्षक व शिक्षिकाओं को सम्मान में दिये गये पौधे
समारोह में सम्मानित किये जानेवाले शिक्षक- शिक्षिकाओं को पौधे के साथ सम्मान पत्र भी दिया गया. साथ ही उनसे जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाते हुए राज्य को वन आच्छादित बनाने की अपील की. सम्मान समारोह में करीब 16 जिलों से प्राथमिक से लेकर हाइस्कूल तक के सेवानिवृत्त व कार्यरत शिक्षक शामिल होने के लिए पहुंचे थे.

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