बिहार में करप्शन पर एक्शन, सीवान नगर परिषद के अफसर के 3 ठिकानों पर EOU का रेड

EOU Raid: अगस्त 2021 में भी अनुभूति श्रीवास्तव पर विशेष निगरानी इकाई ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

By Ashish Jha | August 20, 2025 2:52 PM

EOU Raid: पटना. बिहार में आर्थिक अपराध इकाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईओयू ने सीवान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के तीन ठिकानों पर आय से अधिक मामले में छापेमारी शुरू की है. नगर कार्यपालक पदाधिकारी के लखनऊ के गोमतीनगर, रुपसपुर पटना के अर्पणा मेंश में न और सीवान नगर परिषद स्थित ठिकानों पर जांच हो रही है. अनुभूति श्रीवास्तव के विरूद्ध विशेष निगरानी इकाई थाना काण्ड सं0-01/2021 के तहत 31 अगस्त 2021को धारा-13(1) (बी) भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम दर्ज हुआ था. जिसमें नवम्बर 2013 से 01 सितंबर 2021 के बीच में चेक अवधि मे वैध श्रोतों से 1,99,77,169/- रूपये अधिक (वैध आय से 230% अधिक) की सम्पति पाये जाने पर आरोप पत्र समर्पित किया गया है.

वैध आय से 79 फीसदी अधिक संपत्ति

ईओयू से मिली जानकारी के अनुसार अनुभूति श्रीवास्तव पर वैध आय से 79 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने का आरोप है. अनुभूति पर अगस्त 2021 में भी विशेष निगरानी इकाई ने भ्रष्टाचार निरोध अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है. निलंबन मुक्त होने के बाद हाल ही में उनकी नगर परिषद सीवान में नगर कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर तैनाती हुई थी. अनुभूति श्रीवास्तव द्वारा भ्रष्ट तरीके से अपने वैध आय से 71,01,908 रूपये अधिक की परिसम्पति अर्जित की गयी है, जो उनके वैध आय से करीब 78.91% अधिक है.

न्यायालय से आदेश के बाद छापेमारी

पटना स्थित आर्थिक अपराध थाना में काण्ड संख्या-20/2025 के तहत 18 अगस्त को भ्र०नि०अधि0-1988 (यथा संशोधित-2018) की धारा-13 (2) सहपठित धारा-13 (1) (बी)/12 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. आगे की जांच के क्रम में अनुभूति श्रीवास्तव के यहां कार्यालय व शहर के कनिष्क बिहार स्थित आवास के अलावा यूपी के लखनऊ गोमती नगर स्थित आवास सं0-156 एडेल्को ग्रीन्स, पटना के थाना-रूपसपुर के तिलकनगर स्थित फ्लैट सं0-406बी/407बी अर्पणा मेंशन पर एक साथ टीम की छापेमारी चल रही है. न्यायालय से आदेश के बाद छापेमारी में अब तक कुछ आवश्यक कागजात समेत अन्य सामान टीम के हाथ लगी है.

Also Read: MLC हो या MLA, बिहार विधानमंडल के सभी सदस्य अब कहे जायेंगे ‘विधायक’