औरंगाबाद: नशे में था नाविक, 6 की जगह 18 को बैठाया, नाव पलटने से 6 लापता, 3 का शव बरामद
औरंगाबाद: जिले के रघुनाथपुर गांव के पास सोन नदी में शुक्रवार को ओवरलोड होने की वजह से एक छोटी नाव हादसे की शिकार हो गई. इस हादसे में 6 लोग पानी में डूब गए. इनमें से तीन लोगों को शव बरामद कर लिया गया है. जबकि शनिवार को दिनभर चले खोजी अभियान के बाद भी तीन शवों का पता नहीं लगाया जा सका.
औरंगाबाद, सुजित कुमार सिंह: जिले के बड़ेम ओपी थाना क्षेत्र के बड़ेम रघुनाथपुर गांव के समीप नाव हादसे में लापता हुई छह महिलाओं में 4 महिलाओं का शव बरामद कर लिया गया है. 2 लोगों की तलाश की जा रही है. संभावना जतायी जा रही है कि लापता महिलाओं की मौत हो गई है.
आलू की खेती करने जा रहे थे मृतक
शुक्रवार को एक छोटी सी नाव से करीब 18 से 20 किसान आलू की खेती करने नदी के बीच टीले पर जा रहे थे. अचानक नदी के बीच धार में ओवरलोड की वजह से नाव पलट गई. जैसे-तैसे 10 से 12 लोग तैरकर या ग्रामीणों के बीच-बचाव से जान बचाने में सफल रहे, जबकि छह लोग लापता हो गए. लापता लोगों में सभी महिलाएं हैं. शुक्रवार को ही बड़ेम गांव के सलीम अंसारी की पुत्री तमन्ना परवीन और योगेंद्र लाल की पुत्री काजल उर्फ छोटी कुमारी का शव बरामद कर लिया गया था. घटना के दूसरे दिन यानी शनिवार को एसडीआरएफ की टीम ने चितरंजन पासवान की पत्नी सबिता देवी का शव बरामद किया. ऐसे में लापता छह महिलाओं में 4 महिलाओं का शव बरामद कर लिया गया है. 2 महिलाएं अभी भी लापता है.
जिद कर नाव पर सवार हुई काजल
“गांव के लोग सोन में आलू रोपे जाइत हलथीन. काजल जिद कर बइठ गेलई. 16 -17 गो सवार हलथीन. अचानक नाव पलट गेलई और काजल डूबके लापता हो गेलई.” इतना कहते ही काजल के पिता योगेंद्र लाल फफक पड़े. वहां रहे घर के अन्य सदस्य भी चीत्कार उठे. कुछ लोगों ने उन्हें ढांढ़स बंधाया, लेकिन इसका असर नहीं हुआ. काजल के शव की तलाश करने में एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है.
मंजू जिंदा है भी या नहीं…
नाव हादसे में बड़ेम गांव की सुरेंद्र चौरसिया की 18 वर्षीय पुत्री मंजू कुमारी लापता है. परिजन उसकी तलाश में कभी गांव वालों के पास जा रहे है तो कभी पुलिस कर्मियों के पास. एसडीआरएफ की टीम से भी उम्मीद लगाये बैठे है. सुरेंद्र चौरसिया के भाई जितेंद्र चौरसिया ने कहा कि उनकी भतीजी मंजू होनहार थी. आलू रोपने अन्य महिलाओं के साथ नाव पर सवार हो गयी. नाव जब पलटी तो वह लापता हो गयी. जिंदा है भी या नहीं यह ईश्वर ही बता सकते है.
वह खुद बच गयी, लेकिन बहन डूब गयी
नाव हादसे में जो पहली मौत हुई थी वह सलीम अंसारी की पुत्री तमन्ना परवीन थी. घटना के कुछ घंटे बाद ही उसका शव बरामद कर लिया गया था. उसकी मौत से परिजन सदमे में है और घर में कोहराम मची है. तमन्ना के साथ आलू रोपने सोन में उसकी बहन तराना परवीन भी जा रही थी. तराना ने बताया कि नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे. नाविक ने कहा था कि वह एक ही बार में सभी को पार कर देगा. बीच नदी में अचानक एक तरफ से तेज धार का प्रवाह हुआ और फिर क्षण भर में नाव पलट गयी. अपनी बहन को वह डूबते हुए पीड़िता ने देखा लेकिन जान बचाने की जद्दोजहद में एक अन्य व्यक्ति को पकड़ लिया. वह तो किसी तरह बच गयी, लेकिन उसकी बहन काल के गाल में समा गयी.
मां के इंतजार में बच्चों का बुरा हाल
नाव हादसे में संजय चौधरी की पत्नी रंजीता देवी लापता है. न तो उसे जिंदा बरामद किया गया और न अब तक उसका शव ही मिला है. चार पुत्री और एक पुत्र की मां के लापता होने से परिजन सदमे में है. रंजीता के पति संजय चौधरी ने बताया कि मां के इंतजार में पांच बच्चों का बुरा हाल है. उन्हें कैसे समझाये कि क्या हो गया है. अब तो भगवान ही मालिक है. वैसे बातचीत करते ही संजय और वहां रहे उसके परिवार के लोग रो पड़े.
ज्यादा लोगों को बैठाने से पलटी नाव
नाव दुर्घटना में लापता हुए नरेश चौधरी की पुत्री सोनी कुमारी के घर में कोहराम मचा है. परिजनों के चीत्कार से घर का कोना-कोना दहल रहा था. सोनी के भाई उपेंद्र कुमार ने बताया कि उसकी बहन कई घंटों से लापता है. न तो उसे जिंदा बरामद किया गया और न उसका शव. हादसे पर कहा कि नाव पर नाविक ने ज्यादा लोगों को बैठा लिया. शुरू से ही नाव हिचकोले खा रही थी. लोग भय में थे. अंतत: नाव बीच में पलट गयी. उपेंद्र ने कहा कि उसके परिवार की स्थिति भयावह है. उम्मीद है कि वह सकुशल बरामद हो जाए.
सबिता का शव मिलते ही चीत्कार उठे परिजन
नाव हादसे में लापता हुए छह लोगों में तीन महिलाओं का शव बरामद कर लिया गया है. शनिवार को चितरंजन पासवान की पत्नी सबिता देवी का शव घटनास्थल से कुछ दूर पर रहरा के समीप एसडीआरएफ की टीम ने बरामद किया. शव बरामद होने के बाद जब नदी से बाहर निकाला गया तो परिजन चीत्कार उठे. काफी समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. बिलखती महिलाओं को कुछ लोगों ने ढांढ़स बंधाया. सबिता के देवर कुलंजन पासवान ने बताया कि घटना भयावह थी. लोग उस मंजर को याद कर सिहर जाते है. उनकी भाभी सबिता देवी भी उसी नाव पर सवार थी. नाव पर क्षमता से अधिक लोग थे और आलू का पट्टा भी लादा गया था. अधिक भार होने की वजह से नाव पलटी. कुलंजन ने यह भी बताया कि दो पुत्री और एक पुत्र के सिर से मां का साया छिन गया है.
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सोन की अवैध खेती पर लगे रोक
नाव हादसे के बाद एक तरफ चीत्कार है तो दूसरे तरफ आक्रोश. गांव के ग्रामीण घटना से दुखी है तो घटना के कारणों से चिंतित नजर आ रहे है. ग्रामीण अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि आलू रोपने के लिए किसान सोन के टीले पर जा रहे थे. नाव की क्षमता से पांच से छह लोगों की थी,लेकिन उस पर 17 से 18 लोग सवार हो गये. नाविक शराब के नशे में था. अधिक भार होने की वजह से नाव पलट गयी. उन्होंने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन टीले पर सरकारी जमीन में होने वाली अवैध खेती पर रोक लगाएं अन्यथा ऐसे हादसे होते रहेंगे. मिंटू कुमार ने कहा कि घटना में छह लोग डूबकर लापता हुए थे. 4 का शव बरामद हुआ है. ग्रामीण भी शव को खोजने में लगे हुए है.
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