अस्पताल में मरीजों को नहीं मिला डॉक्टर तो परिजनों ने खुद से लगाया ऑक्सीजन मास्क, वीडियो वायरल

भागलपुर : जिले के मायागंज अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है. यहां पर एक मरीज को गंभीर स्थिती में भर्ती कराया गया. लेकिन डॉक्टरों की नामौजूदगी से युवक की हालत और गंभीर हो गई. इसके बाद परिजनों ने खुद से मरीज को ऑक्सीजन मास्क लगाया.

By Prashant Tiwari | April 19, 2025 5:43 PM

भागलपुर, आशुतोष कुमार : मायागंज अस्पताल में एक सड़क दुर्घटना में घायल बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र के सुल्तान अंसारी  को इलाज के लिए काफी देर तक डॉक्टर नहीं मिला. हालात इतना खराब हो गया कि मरीज के परिजनों ने खुद ही उसे ऑक्सीजन मास्क लगाया और सांसों की लड़ाई लड़ते मरीज को बचाने की कोशिश की.

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जिंदगी और मौत के बीच झूलता रहा मरीज 

मरीज की स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि परिजन खुद ऑक्सीजन सिलेंडर और मास्क लेकर उसे सांस दिलाने की कोशिश करते रहे. इस दौरान मरीज जिंदगी और मौत के बीच झूलता रहा. अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो शायद उसकी हालत इतनी नाजुक नहीं होती. यह दर्दनाक दृश्य अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है. एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं दूसरी तरफ जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है. 

हादसे के तुरंत बाद अस्पताल लाया गया था मरीज 

मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि हादसे के बाद मरीज को तुरंत अस्पताल लाया गया था, लेकिन इलाज के इंतजार में काफी वक्त निकल गया. डॉक्टरों की अनुपलब्धता ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया. यह तस्वीर न सिर्फ मायागंज अस्पताल की लापरवाही को उजागर करती है बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र पर भी गंभीर सवाल उठाती है.

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पहले भी लग चुका है लापरवाही का आरोप 

यह कोई पहला मामला नहीं है जब मायागंज अस्पताल में इस तरह की लापरवाही सामने आई हो. इससे पहले भी कई बार मरीजों को इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा है, और कई मामलों में समय पर इलाज न मिलने से जान भी चली गई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि स्वास्थ्य विभाग इस घटना को कितनी गंभीरता से लेता है और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है. लेकिन यह तय है कि जब तक ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक अस्पतालों की हालत सुधरना मुश्किल है. 

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