Darbhanga : एनडीए के बिहार बंद का मिला जुला असर
एनडीए के आह्वान पर सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का जिले में मिलाजुला असर रहा.
प्रमुख चौक-चौराहों को कार्यकर्ताओं ने किया जाम नगर के अधिकांश भागों में खुली रही दुकानें निजी, सरकारी तथा अर्द्ध सरकारी कार्यालय रहे बेअसर दरभंगा. एनडीए के आह्वान पर सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का जिले में मिलाजुला असर रहा. शहर के प्रमुख चौक-चौराहे को बांस बल्ला लगाकर एनडीए कार्यकर्ताओं ने जाम कर दिया. सड़कों पर टायर जलाये गये. शहर के कुछ भागों में दुकानें बंद रखी गयी. स्कूल, कॉलेज तथा सरकारी एवं निजी कार्यालय जाने वालों को परेशानी हुई. अधिकांश लोग निराश लौटने को विवश देखे गये. सड़कों पर गाड़ियों का परिचालन बाधित रहा. लोग निजी सवारी से किसी तरह वैकल्पिक मार्ग से आते-जाते देखे गये. लहेरियासराय टावर चौक पर मंत्री मदन सहनी, सांसद गोपाल जी ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण चौधरी मन्ना तथा जदयू अध्यक्ष इश्वर मंडल आंदोलन का नेतृत्व किये. मंत्री संजय सरावगी दरभंगा टावर पर आंदोलनकारियों के साथ दिखे. जगह-जगह सड़क जाम के कारण सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की कम उपस्थिति रही. स्कूल तथा कॉलेजों में बच्चे नहीं पहुंचे. निजी स्कूल पहले से बंद कर रखा गया था. सरकारी स्कूलों में आधे से भी कम संख्या में शिक्षक पहुंचने में कामयाब रहे. बच्चों की उपस्थिति नहीं के बराबर रही. बंद का समर्थन करने के लिए आम नागरिकों को धन्यवाद : भाजपा भाजपा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्व. मां के प्रति असम्मानजनक टिप्पणी ने देशभर में लोगों की भावनाओं को आहत किया है. एनडीए के बिहार बंद में आम लोगों की भी सहभागिता रही. लोगों ने स्वेच्छा से अपना-अपना प्रतिष्ठान बंद रखा. मंत्री मदन सहनी ने कहा कि आज पूरा देश विशेषकर बिहार की जनता मां की गरिमा और नारी सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट है. हम सभी का संदेश स्पष्ट है कि असम्मानजनक बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की स्व. मां के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. यह भाषा राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सहित पूरे आइएनडीआइए की प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नफरत की पराकाष्ठा को दर्शाता है. मंत्री हरि सहनी ने कहा कि राजद-कांग्रेस के चुनावी मंच से की गयी घृणित टिप्पणी बिहार सहित पूरे देश के हर उस भारतीय का अपमान है, जो मां को ईश्वरतुल्य मानते हैं. पीएम की दिवंगत माता के खिलाफ ऐसी भाषा, इन नेताओं और दलों की खोखली मानसिकता का प्रमाण है. सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि जनता का समर्थन नहीं मिल पाने की हताशा अब इन नेताओं की भाषा और आचरण से साफ झलक रही है. बिहार की जनता सब देख रही है. पहले बिहार को अपमानित करने और अब प्रधानमंत्री की माताजी को लेकर इस असंवेदनशील व अमर्यादित व्यवहार का जवाब जनता अपने वोट से देगी. विधायक डॉ मुरारी मोहन झा, डॉ रामचंद्र प्रसाद, पूर्व विधायक अमरनाथ गामी, भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य नारायण मन्ना, जदयू जिला अध्यक्ष ईश्वर मंडल, उमेश कुशवाहा, जीवछ सहनी, जदयू महिला जिलाध्यक्ष ललिता झा, महानगर अध्यक्ष माधव झा, विजय चौधरी, संतोष पोद्दार, सुजित मल्लिक, अभयानन्द झा, राजेश रंजन, मुकुंद चौधरी, विकास चौधरी, सोनी पूर्वे, संगीता साह, सुनील चौधरी, ज्योति कृष्ण झा लवली, श्रवण मिश्र, राजू तिवारी, राहुल पासवान, मीरा देवी, बालेन्दू झा, सचिन जैन, विरेन्द्र कुमार महासेठ, लक्ष्मण झुनझवाला, उदय शंकर चौधरी, बबलू पंजियार, संतोष सिंह, राकेश रौशन चौधरी, अशोक नायक, महिला मोर्चा अध्यक्ष सपना भारती, भाजयूमो अध्यक्ष मुकेश महासेठ, किसान मोर्चा अध्यक्ष ब्रह्मानंद यादव, विरेन्द्र पासवान, मो.शब्बानी, मीना झा, अंकुर गुप्ता, संजीव शाह, कृष्ण भगवान झा आदि आंदोलन में शामिल रहे.
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