Darbhanga News: अनुसंधान एवं नवाचार में नित्य नयी ऊंचाई हासिल कर रहा भारत
Darbhanga News:21वीं सदी में भौतिकी में नवाचार ओर खोज जारी है.
Darbhanga News: दरभंगा. 21वीं सदी में भौतिकी में नवाचार ओर खोज जारी है. नैनोस्केल और क्वांटम पदार्थों, ब्रह्मांड विज्ञान, खगोल भौतिकी, और जैव/सॉफ्ट भौतिकी जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान महत्वपूर्ण है. चंद्रधारी मिथिला विज्ञान महाविद्यालय और डॉ प्रभात दास फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “21वीं सदी में भौतिकी : नवाचार और खोज ” विषयक सेमिनार का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार चौधरी ने यह बात कही. प्रो. चौधरी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत ने भौतिकी के अनुसंधान तथा अंतरिक्ष में सेटेलाइट स्थापित करने में परचम लहराया है. इससे पहले विषय प्रवेश कराते हुए डॉ यूके दास ने कहा कि नैनोस्केल पर पदार्थों के गुणों का अध्ययन किया जा रहा है, क्वांटम भौतिकी और नैनोमीटर-स्केल संरचना से उत्पन्न परिणामों पर होते हैं. अध्ययन से अगली पीढ़ी को प्रकृति के रहस्य को समझने में आसानी होगी.
रैंडम नंबर से बचाया जाता सेक्रेसी
डॉ सुजीत कुमार चौधरी ने रैंडम नंबर के बारे में बताया. रैंडम नंबर के महत्व को समझाते हुए कहा कि डिजिटल युग में इसके बिना किसी भी सेक्रेसी को बचाया नहीं जा सकता है. आप जितने भी ओटीपी यूज करते हैं, वे सब इसी प्रोसेस के चलते होते हैं और आपका डेटा महफूज रहता है. डॉ चौधरी ने क्वांटम भौतिकी के बारे में विस्तार से बतलाया. डॉ आदित्य नाथ मिश्रा ने बिगबैंग एवं हिग्स बोस पार्टिकल के बारे में प्रोजेक्टर द्वारा विस्तार से जानकारी दी. डॉ आशुतोष कुमार सिंह ने सूर्य के विभिन्न रेडिएशन के बारे में बताया. संचालन डॉ सुमन दीप कौर व धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय ठाकुर ने किया. मौके पर डॉ पूजा अग्रहरि, डॉ बीडी त्रिपाठी, डॉ एमएच खान, डॉ अनीत कुमार, फाउंडेशन के मुकेश कुमार झा, अनिल कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
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