दरभंगा में एम्स की संभावना तलाशने कल आयेगी टीम

दरभंगा : जिला मुख्यालय में एम्स निर्माण की संभावना तलाशने के लिए 16 दिसंबर को केंद्रीय टीम यहां आ रही है. समझा जाता है कि टीम पूर्व से प्रस्तावित स्थल डीएमसीएच परिसर का निरीक्षण करेगी. सात सदस्यीय केन्द्रीय टीम का नेतृत्व पीएमएसएसवाई के सुनील शर्मा करेंगे. केंद्रीय टीम में एम्स नयी दिल्ली के डॉ डीके […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2019 12:07 AM

दरभंगा : जिला मुख्यालय में एम्स निर्माण की संभावना तलाशने के लिए 16 दिसंबर को केंद्रीय टीम यहां आ रही है. समझा जाता है कि टीम पूर्व से प्रस्तावित स्थल डीएमसीएच परिसर का निरीक्षण करेगी. सात सदस्यीय केन्द्रीय टीम का नेतृत्व पीएमएसएसवाई के सुनील शर्मा करेंगे.

केंद्रीय टीम में एम्स नयी दिल्ली के डॉ डीके शर्मा, एम्स पटना के डॉ रामजी सिंह, रायवरेली के जीपी श्रीवास्तव, सीनियर आर्किटेक्ट मुकेश कुमार वाजपेयी, पीएमएसएसवाई के निदेशक संजय राय व विशेष आमंत्रित सदस्य एचएलएल के सीनियर आर्किटेक्ट आरके खेतान शामिल हैं. टीम 16 दिसंबर की दोपहर 12 बजे यहां पहुंचेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य और कल्याण मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिवसंजय कुमार को पत्र लिखकर निरीक्षण के बाबत जानकारी दी है.

इसके आलोक में स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित तैयारी को लेकर जिला प्रशासन को सूचित किया है. टीम के आने के बावत डीएमसीएच प्रशासन को भी जानकारी भेजी गयी है. तय कार्यक्रम के अनुसार टीम एम्स निर्माण को लेकर स्थल का मुयायना करेगी. 16 दिसंबर को निरीक्षण के बाद टीम दरभंगा में ही रात्रि विश्राम करेगी. अगले दिन 17 दिसंबर की सुबह नौ बजे टीम यहां से पटना के लिए रवाना हो जाएगी.

एम्स निर्माण के मद्देनजर संभावित स्थल का टीम बारीकी से अवलोकन करेगी. यहां से दिल्ली वापसी के क्रम में टीम 17 दिसंबर की दोपहर एक बजे राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ एम्स निर्माण के बाबत पटना में बैठक करेगी. बैठक के बाद टीम दिल्ली के लिये प्रस्थान कर जायेगी. बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रदेश में दूसरा एम्स निर्माण दरभंगा में किये जाने को लेकर स्वीकृति दे रखी है.

राज्य सरकार ने डीएमसीएच परिसर में एम्स निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव केंद्र को दिया है. केंद्रीय टीम इससे पहले भी एक बार एम्स निर्माण को लेकर डीएमसीएच परिसर का स्थल निरीक्षण कर चुकी है. तब टीम ने अपनी रिपोर्ट में डीएमसीएच परिसर को एम्स निर्माण के अनुकूल नहीं बतायी थी.

तब यह जानकारी फैलते ही स्थानीय स्तर पर केंद्र सरकार की निष्ठा पर लोग सवाल खड़ा करने लगे थे. लोगों में मायूसी छा गयी थी. स्थानीय नेता व जनप्रतिनिधियों ने एम्स निर्माण को लेकर विभिन्न स्तर से केंद्र सरकार पर दबाव बनाया. समझा जाता है कि जन भावना को देखते हुए केंद्र सरकार एक बार फिर से स्थल निरीक्षण करा रही है. टीम के आने से लोगों की उम्मीद एक बार फिर परवान चढ़ रही है.

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