जानलेवा बने गड्ढे, चोटिल हो रहे लोग

कई मोहल्ले व गांवोंकी है लाइफलाइन रोज होता है छोटे-बड़े सैंकड़ों वाहनों का आवागमन दरभंगा : लोगों की आवागमन सुविधा को लेकर सात साल पहले बनाया गया शहर का एक मात्र आरओबी मौत को दावत दे रहा है. आरओबी बनाने के बाद इसके रखरखाव को लेकर निर्माण कंपनी व संबंधित विभाग आंखें मूंद रखी है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 22, 2019 12:49 AM

कई मोहल्ले व गांवोंकी है लाइफलाइन

रोज होता है छोटे-बड़े सैंकड़ों वाहनों का आवागमन

दरभंगा : लोगों की आवागमन सुविधा को लेकर सात साल पहले बनाया गया शहर का एक मात्र आरओबी मौत को दावत दे रहा है. आरओबी बनाने के बाद इसके रखरखाव को लेकर निर्माण कंपनी व संबंधित विभाग आंखें मूंद रखी है. आरओबी पर जगह-जगह बना जानलेवा गड्ढा में फंस कर लोग रोज चोटिल हो रहे हैं.

इस आरओबी से रोजाना सैकड़ों लोग दो व चार पहिया वाहन से गुजरते हैं. पांव पैदल आवागमन करने वाले लोगों की भी अच्छी-खासी संख्या रहती है. स्कूली वाहनों से इस होकर बच्चे भी पठन-पाठन के लिये सफर करते हैं. बावजूद क्षतिग्रस्त आरओबी को दुरूस्त करने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.

आरओबी पर बन आये छोटे-बड़े गढ़्ढ़े के बीच दो पहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. थोड़ी सी चूक की स्थिति में कभी भी राहगीर मौत के मुंह में समा सकते हैं. सबसे अधिक विकट स्थिति वर्षा के समय होती है. गड्ढा में पानी भर जाने से वाहन चालकों के लिये गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है.

कटहलबाड़ी, चूनाभट्ठी, लक्ष्मीसागर, गंगबाड़ा, सारा मोहनपुर, धर्मपुर, कबीरचक आदि मुहल्ला को यह आरओबी शहर के मुख्य जगहों से ड़ता है. साथ ही बेला मोड़ व चूनाभट्ठी रेलवे गुमती की जाम से बचने लिए मधुबनी की ओर जाने वाले वाहन चालक इस आरओबी का ही उपयोग करते हैं. सकरी, मधुबनी, झंझारपुर की तरफ से शहर में प्रवेश करने का यह काफी मुफीद मार्ग माना जाता है. नगर के पूर्वी भाग स्थित आस-पास के गांवों के लोग नगर में आने के लिये इस रास्ता को चुनते हैं.

सात वर्ष पूर्व किया गया था उद्घाटन : कटहलबाड़ी स्थित रेलवे समपार संख्या- 27 पर बनाये गये इस आरओबी का 26 नवंबर 2012 को सीएम नीतिश कुमार ने उद्घाटन किया था. उद्घाटन के दौरान डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव, कीर्ति आजाद, नगर विधायक संजय सरावगी, मिश्री लाल यादव एवं विनोद चौधरी आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version