दरभंगा : तेंदुआ के हमले में चार जख्मी, ग्रामीणों ने तेंदुए को मार गिराया

दरभंगा :बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना अंतर्गत तेहवारा गांव में एक तेंदुआ द्वारा किये गये हमले में सोमवार की सुबह चार व्यक्ति को घायल कर देने से उग्र भीड़ ने उक्त तेंदुआ को मार गिराया. अनुमंडल दंडाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि तेंदुआ द्वारा घायल किये गये सभी लोगों को इलाज के लिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 15, 2019 1:27 PM

दरभंगा :बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना अंतर्गत तेहवारा गांव में एक तेंदुआ द्वारा किये गये हमले में सोमवार की सुबह चार व्यक्ति को घायल कर देने से उग्र भीड़ ने उक्त तेंदुआ को मार गिराया. अनुमंडल दंडाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि तेंदुआ द्वारा घायल किये गये सभी लोगों को इलाज के लिए कटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि तेंदुआ के हमले से चार लोगों के घायल हो जाने से उग्र भीड़ ने उक्त तेंदुआ को लाठी-डंडे से पीट-पीट कर और नुकीले हथियार की मदद से मार गया.

इधर, मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र के चिचड़ी गांव में सोमवार की सुबह करीब आठ बजे तेंदुए ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया. इससे वहां अफरातफरी मच गयी. ग्रामीण जान बचा कर इधर-उधर भागने लगे. इसमें करीब आधा दर्जन ग्रामीण घायल हो गये. सभी ग्रामीणों को इलाज के लिए सिंहवारा पीएससी में भर्ती कराया गया है. यहां चिकित्सकों ने 52 वर्षीय राजेंद्र सहनी को गंभीर स्थिति में डीएमसीएच रेफर कर दिया. तेंदुआ ने राजेंद्र पर पीछे से हमला कर दिया था.घायल राजेंद्र ने बताया कि घर से एक किलोमीटर की दूरी पर एक पोखर है. उसमें मछली मारी जा रही थी. साइकिल से वह वहीं जा रहा था रास्ते में पीछे से तेंदुए ने अचानक हमला कर दिया. इससे वह बुरी तरह लहूलुहान होकर नीचे गिर गया. इसके बाद तेंदुआ आसपास के घरों में घुस गया. इलाके में अफरातफरी मच गयी. सब लोग इधर-उधर भागने लगे. घायलों को ग्रामीणों की मदद से उपचार के लिए सिंहवारा पीएसी ले जाया गया

बिहार के प्रधान मुख्य वन संरक्षक डीके शुक्ला ने पडोसी देश नेपाल के जंगल से अथवा वाल्मीकि नगर से गंडक नदी के जरिये तेहवारा गांव में उक्त तेंदुआ के प्रवेश करने की संभावना जताते हुए कहा कि वन विभाग की टीम ने तेंदुआ के शव को अपने कब्जे में ले लिया है, जिसका पोस्टमार्टम मुजफ्फरपुर स्थित पशु चिकित्सालय में कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और दोषी पाये जानेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version