छपरा : प्रशासन की लापरवाही से हुई मासूम की मौत, मामा के घर जाने के दौरान हुआ हादसा
छपरा : घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार मासूम अपने मामा के घर जा रहा था. इस दौरान अचानक उसका हाथ अपनी मां के हाथ से छूट गया और वह अकेले चलने लगा. चलते-चलते वह सड़क के किनारे स्थित खुले कुएं में गिर गया.
छपरा में रविवार को नगर पंचायत के गोंढा गांव में एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें सात वर्षीय बालक की कुएं में डूबने से मौत हो गयी. मृतक बालक की पहचान राजन कुमार के रूप में की गयी है, जो नगर पंचायत के दुर्गापुर गांव के निवासी राज किशोर राम का पुत्र था.
मामा के घर जा रहा था मासूम
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, राजन अपनी मां रीना देवी और बहन के साथ बंगरा गांव स्थित अपने मामा के घर जा रहा था. इस दौरान अचानक उसका हाथ अपनी मां के हाथ से छूट गया और वह अकेले चलने लगा. चलते-चलते वह सड़क के किनारे स्थित खुले कुएं में गिर गया. कुएं में गिरने के बाद आसपास के लोगों ने उसे बाहर निकाला और तत्काल स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक बालक की मां रीना देवी का रो-रोकर बरा हाल था. घटना के बाद अस्पताल परिसर गमगीन हो गया और परिजनों में कोहराम मच गया.
खुले कुएं बन रहे हैं मौत का कारण
यह घटना एक बार फिर इस बात की ओर इशारा करती है कि ग्रामीण इलाकों में खुले पड़े कुएं दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं. 21वीं सदी में जहां नलकूपों और सबमर्सिबल पंपों का उपयोग बढ़ गया है, वहीं प्रशासन की ओर से पुराने और बिना ढके हुए कुओं को बंद करने की कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. इन खुले कुओं की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, क्योंकि इनमें गिरकर न केवल इंसान, बल्कि कई बार पशु भी अपनी जान गंवा चुके हैं.
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लगातार हो रहे हादसे : ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि खुले कुएं गांवों में हादसों का आम कारण बन चुके हैं. कुएं में गिरकर जानवरों की मौत भी एक आम घटना है, और उन्हें बाहर निकालना भी अत्यंत कठिन हो जाता है. कई बार तो कुएं से बाहर निकालने से पहले ही जानवरों की मौत हो जाती है या उनका कोई अंग टूट जाता है.
