हादसे में बच्चे की मौत के बाद लोग आक्रोशित, ग्रामीणों के पत्थरबाजी करने पर पुलिस ने लाठियां भांजी

सुगौली : सड़क हादसे में एक बच्चे की मौत हो जाने के बाद शुक्रवार को आक्रोशित लोगों ने एचपीसीएल चीनी मिल के समीप एनएच 527 (डी) को जाम कर दिया. जाम हटाने गयी पुलिस से पब्लिक की नोकझोंक हो गयी. देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया. इसके बाद पुलिस ने जमकर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 10, 2020 12:42 PM

सुगौली : सड़क हादसे में एक बच्चे की मौत हो जाने के बाद शुक्रवार को आक्रोशित लोगों ने एचपीसीएल चीनी मिल के समीप एनएच 527 (डी) को जाम कर दिया. जाम हटाने गयी पुलिस से पब्लिक की नोकझोंक हो गयी. देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया. इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. लोगों को खदेड़-खदेड़ कर पीटा. करीब सात घंटे के जाम से गाड़ियों की रफ्तार थम गयी.

घटना के बाबत बताया जाता है कि नगर के बंगरा निवासी पुलकित तिवारी का 13 वर्षीय पुत्र सुनील तिवारी शुक्रवार सुबह 6:30 बजे कोचिंग जाने के लिए घर से निकला था. उसी समय एचपीसीएल के समीप एनएच 527 (डी) पर छपरा से रक्सौल की ओर जा रहे टैंकर ने रौंद दिया. इससे सुनील की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने घटनास्थल पर पहुंच कर टैंकर को पकड़ा और फिर तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही शव को घटनास्थल पर ही छोड़ कर एनएच को जाम कर दिया.

वहीं, घटना में एचपीसीएल चीनी मिल की लापरवाही मानते हुए चीनी मिल में भी जमकर तोड़फोड़ की गयी. चीनी मिल में अधिकारियों का कार्यालय और कर्मियों की खड़ी दर्जनों बाइक, गेस्ट हाउस, केन डिपार्टमेंट सहित अन्य कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी. इससे भारी क्षति हुई है. आक्रोशित लोगों का कहना था कि चीनी मिल प्रबंधक की लापरवाही से एनएच पर चीनी मिल से दोनों तरफ कई किलोमीटर तक एनएच जाम 24 घंटे जाम लगा रहता है. इसकी सूचना चीनी मील सहित अन्य पदाधिकारियों को लगातार देने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जाती है. इससे प्रतिवर्ष हादसे में जान चली जाती है.

हादसे की जानकारी मिलते ही सैकड़ों लोग जमा हो गये. सड़क पर ही शव के पास बैठ कर महिलाएं विलाप करने लगीं. लोगों ने गाड़ियों की आवाजाही रोक दी और मुआवजे की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. थोड़ी देर में ही एनएच पर गाड़ियों की कतार लग गयी. थानाध्यक्ष रोहित लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. नाराज ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. हंगामा बढ़ता देख कर कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी. दंगा नियंत्रक बल के जवानों को भी बुलाया गया. एसडीओ प्रियरंजन राजू, डीएसपी विनीत कुमार, इंस्पेक्टर किशोर कुमार, बीडीओ सरोज कुमार रजक लोगों को मनाकर जाम हटवाने की कोशिश करने लगे. नाराज लोग तुरंत मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.

जाम के दौरान पुलिस और लोगों में नोकझोंक हो गयी. भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. पथराव होते ही भगदड़ मच गयी. पहले तो पुलिस ने कदम पीछे हटा लिये. फिर दोनों ओर से रोड़े चलने लगे. प्रदर्शनकारी इतने पर भी शांत नहीं हुए, तो पुलिस ने लाठियां लेकर लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि घरों में घुस कर पुलिस ने पिटाई की. पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.

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