शातिर गोविंदा ने वर्ष 2013 में किया था मैट्रिक पास एसएलसी पर जन्मतिथि 31 मार्च 1997 है अंकित

मोतिहारी : मुफस्सिल थाने के भटहा का शातिर गोविंदा सहनी नाबालिग नहीं है. वर्ष 2013 में शहर के गोपाल साह हाईस्कूल से मैट्रिक पास किया है. स्कूल से जारी एसएलसी पर उसका जन्मतिथि 31 मार्च 1997 अंकित है. एसएलसी के अनुसार गोविंदा करीब 22 वर्ष का है. हाईलेवल मैनेजिंग के तहत सदर अस्पताल से नाबालिग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2019 1:20 AM

मोतिहारी : मुफस्सिल थाने के भटहा का शातिर गोविंदा सहनी नाबालिग नहीं है. वर्ष 2013 में शहर के गोपाल साह हाईस्कूल से मैट्रिक पास किया है. स्कूल से जारी एसएलसी पर उसका जन्मतिथि 31 मार्च 1997 अंकित है. एसएलसी के अनुसार गोविंदा करीब 22 वर्ष का है.

हाईलेवल मैनेजिंग के तहत सदर अस्पताल से नाबालिग होने का प्रमाण पत्र लिया था. पुलिस ने स्कूल में जाकर तहकीकात की. पुराने रिकॉर्ड को खंगाला तो उसके बालिग होने का प्रमाण मिला. नगर इंस्पेक्टर अभय कुमार ने बताया कि गोविंदा का एसएलसी कोर्ट में समर्पित किया जायेगा. ताकि उसके आधार पर कोर्ट उसे बालिग घोषित कर सके.
उन्होंने कहा कि यह भी बात सामने आयी है कि गोविंदा ने एमएस कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की है. एमएस कॉलेज से भी उसके कागजात निकाले जायेंगे. यह साबित हो चुका है कि गोविंदा ने स्वास्थ्य विभाग को मैनेज कर जुबेनाइल होने का सर्टिफिकेट लिया था.
उसके आधार पर कोर्ट ने सेंट्रल जेल से उसे रिमांड होम भेजा था. एसएलसी से उम्र का सही सत्यापन होने के बाद अब उसे जुबेनाइल होने के सर्टिफिकेट देने वाली मेडिकल टीम पर कार्रवाई तय मानी जा रही है. सिविल सर्जन से लेकर डॉक्टर और जिम्मेवार कर्मी पर कार्रवाई के लिए कोर्ट से पुलिस आग्रह करेगी, ताकि स्वास्थ्य विभाग में चल रहे फर्जीवाड़े का खेल बंद हो सके.

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