buxar news : नप की 50 लाख की स्वीपिंग मशीन बीच सड़क पर दो महीने से खा रही जंग
buxar news : एजेंसी को हर महीने 1.16 करोड़ रुपये हो रहा भुगतान, फिर भी पसरी है गंदगी
buxar news : बक्सर. शहर की साफ-सफाई पर हर माह सफाई एजेंसी को एक करोड़ 16 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है. बावजूद इसके शहर की साफ-सफाई किसी से छिपी नहीं है. वहीं, नप की तकरीबन 55 लाख की स्वीपिंग मशीन नगर थाना रोड में दो माह से जंग खा रही है.
मुख्य सड़क की साफ-सफाई के दौरान खराब हुई स्वीपिंग मशीन को दुरुस्त कराने के लिए न तो बोर्ड में कोई सदस्य रुचि दिखा रहा है और न ही अधिकारियों को उसे ठीक करने को लेकर चिंता है. स्थिति यह है कि यह स्वीपिंग मशीन खराब हालत में मुख्य सड़क पर जंग खा रही है. जबकि, इसी रोड से आये दिन जिले के तमाम पदाधिकारियों का आवागमन होता है.मुख्य सड़कों की सफाई के लिए खरीदी गयी थी मशीन
नगर परिषद ने स्वच्छता की ओर एक कदम आगे बढ़ाते हुए शहर की प्रमुख सड़कों की सफाई के लिए स्वीपिंग मशीन खरीदी थी. स्विपिंग मशीन सड़क की सफाई के साथ अंदर लगे ऑटो सिस्टम से सड़क की धूल को भी अपने अंदर खींच लेती है, जो मशीन में लगे एक पाइप में जमा होती है. इसका मकसद यह था कि इस मशीन के काम करने से मुख्य सड़कों पर सफाई करने वाले कर्मचारियों को हटाकर दूसरे क्षेत्रों में लगाया जा सकेगा. मगर गत दो माह से स्वीपिंग मशीन के खराब होने से मुख्य सड़कों की सफाई बाधित है. इधर स्वच्छता पदाधिकारी रवि सिंह ने कहा कि दो महीने से सड़क पर जंग खा रही स्वीपिंग मशीन के कुछ पार्ट्स खराब हैं, जिसे मंगाने के लिए स्वीपिंग मशीन की एजेंसी से बातचीत की गयी है. जो सामान खराब हुआ है, वह मिल नहीं रहा है. सामान मिलते ही उसे ठीक कर सफाई के काम में लगा दिया जायेगा. वहीं, पूर्व वार्ड पार्षद राकेश कुमार सिंह ने कहा कि स्वीपिंग मशीन दो महीने से सड़क पर जंग खा रही है. मगर किसी भी अधिकारी को इसे दुरुस्त कराने की चिंता नहीं है. इस मशीन की खरीदारी में कमीशन का खेल है. इसी तरह से नप में कई और सामान भी खरीदे गये हैं, जो उचित रखरखाव के अभाव में सड़ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
