Buxar News : नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चे की मौत से परिजनों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर में एक निजी नर्सिंग होम की लापरवाही ने एक बार फिर बड़ा मामला खड़ा कर दिया है.
ब्रह्मपुर. स्थानीय थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर में एक निजी नर्सिंग होम की लापरवाही ने एक बार फिर बड़ा मामला खड़ा कर दिया है. मंगलवार की देर शाम सुषमा नर्सिंग होम में ऑपरेशन के दौरान गर्भवती महिला और नवजात शिशु की मौत हो गयी. मृतका की पहचान बगेन गोला थाना क्षेत्र के एकराशि गांव निवासी पूजा देवी, पत्नी राकेश चौधरी के रूप में हुई है. मां और बच्चे की मौत के बाद परिजन और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने अस्पताल परिसर में हंगामा किया. घटना के बाद कथित चिकित्सक कृष्ण यादव और अस्पताल का स्टाफ मौके से फरार हो गया. बावजूद इसके, बुधवार को निजी नर्सिंग होम के संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी, जिससे स्वास्थ्य महकमा पर सवाल खड़े हो गये. सिविल सर्जन डॉ शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने बताया कि अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. शिकायत दर्ज कराने के बाद ही निजी नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई संभव है. जानकारी के अनुसार, मृतका को प्रसव पीड़ा होने पर पहले सरकारी अस्पताल रघुनाथपुर में भर्ती कराया गया था. तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल भेजने की सलाह दी, लेकिन कथित दलालों के जरिए उसे निजी नर्सिंग होम लाया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा उल्टा है और तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा. परिजनों की सहमति के बाद ऑपरेशन किया गया, जिससे मां और नवजात की मौत हो गयी. प्रखंड क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मरीजों की मौत के मामलों में अक्सर उनके परिजनों के सामने जान की कीमत लगाई जाती है. संचालनकर्ता और सफेद पुरुषों के माध्यम से परिजनों को समझाया जाता है कि ”जो होना था वह हो गया” और कुछ पैसे देकर मामला सुलझा लिया जाये. इस प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी हिस्सेदारी दी जाती है. सूचना मिलने पर कर्मचारी अवैध रूप से संचालित हो रहे झोला छाप डॉक्टर के पास जाते हैं, जांच के नाम पर मोटी रकम वसूल कर चले जाते हैं. इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही पर गंभीर प्रश्न खड़ा कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध नर्सिंग होम और दलाल प्रथा के कारण मरीजों की जान को खतरा है. परिजन और ग्रामीण इस घटनाक्रम के प्रति बेहद आक्रोशित हैं और उचित जांच व कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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