buxar news : किसानों-मजदूरों ने चौसा थर्मल पावर प्लांट पर मनमानी का लगाया आरोप
buxar news : प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा ने की बैठक
चौसा. रविवार को प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा द्वारा पंचायत भवन, बनारपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. अध्यक्षता घनश्याम चौधरी और संचालन विजय नारायण राय ने की. मोर्चा के अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह यादव, नंदलाल सिंह, इस्राइल खां, नरेंद्र तिवारी, ललीतेश्वर राय आदि वक्ताओं ने कहा कि चौसा थर्मल पावर प्लांट को बिना एफजीडी सिस्टम चालू किये ही शुरू कर दिया गया है. यह मशीन सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए अनिवार्य है. लगभग 400 करोड़ की लागत से लगने वाला यह सिस्टम कंपनी द्वारा अब तक स्थापित नहीं किया गया, जिससे क्षेत्र में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है. राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण की अनुमति और नियमों का पालन किये बिना घनी आबादी के बीच मालगाड़ी से कोयले की अनलोडिंग और डंफर में लोडिंग की जा रही है. कोयले से बिजली उत्पादन किया जा रहा है, जिससे आसपास के गांवों में दमा, टीबी और आंखों की बीमारियां तेजी से फैलने की आशंका व्यक्त की जा रही है. एसटीपीएल कंपनी और उसकी सहयोगी कंपनी पावर मेक पर यह भी आरोप लगाया गया कि वे प्रभावित गांवों को नजरअंदाज कर बाहरी लोगों को घूस लेकर नौकरी और रोजगार दे रहे हैं. किसानों और मजदूरों की संवैधानिक अधिकारों और 2013 भूमि अधिग्रहण अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है. प्रभावित ग्रामीणों, मजदूरों और महिलाओं पर फर्जी मुकदमे थोपे गये हैं, जिससे उनके जीवन और आजीविका पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. वक्ताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कंपनी और प्रशासन ने किसानों व मजदूरों के अधिकारों का सम्मान नहीं किया और लंबित समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं निकाला गया, तो निकट भविष्य में भीषण जनआंदोलन खड़ा किया जायेगा. आवश्यकता पड़ने पर एसटीपीएल कंपनी का संचालन ठप करने का भी निर्णय लिया जायेगा, जिसका एलान अगली बैठक में की जायेगी.
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