पटना में संभावित कोरोना मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट
पटना जिले में बुधवार को सात संभावित कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचना के बाद नालंदा जिले के लोगों में कोरोना को लेकर भय और चिंता बढ़ गई है. जिलेवासियों को आशंका है कि यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो संक्रमण नालंदा तक भी पहुंच सकता है.
बिहारशरीफ . पटना जिले में बुधवार को सात संभावित कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचना के बाद नालंदा जिले के लोगों में कोरोना को लेकर भय और चिंता बढ़ गई है. जिलेवासियों को आशंका है कि यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो संक्रमण नालंदा तक भी पहुंच सकता है. दरअसल, प्रतिदिन बड़ी संख्या में आम नागरिकों के साथ-साथ सरकारी और निजी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी पटना और नालंदा के बीच आवाजाही करते हैं. ऐसे में संक्रमण का खतरा दोनों जिलों के बीच तेज़ी से फैलने की आशंका बनी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले अनुभवों को देखते हुए प्रशासन को पहले से सतर्क रहना चाहिए, लेकिन अभी तक कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासनिक स्तर पर न तो कोई जागरूकता अभियान चलाया गया है और न ही जांच या रोकथाम की कोई विशेष व्यवस्था की गई है. जिले के नागरिकों का यह भी कहना है कि इस बार संक्रमण की संभावित वापसी को लेकर न तो स्क्रीनिंग की कोई प्रक्रिया शुरू हुई है और न ही जांच केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है. इससे संक्रमण फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है. हालांकि सदर अस्पताल कोरोना संक्रमण वार्ड बनाने की बात कहीं गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, मास्क का उपयोग करें, भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें और यदि सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण महसूस हों तो तुरंत जांच कराएं. फिलहाल जिले में प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. जिले के नागरिकों ने मांग की है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन को तत्काल कदम उठाने चाहिए ताकि संभावित संक्रमण को फैलने से पहले ही रोका जा सके.
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