Bihar Weather News: बिहार में पछुआ हवा से बढ़ी ठिठुरन, कई जगह शीतलहर के हालात, पटना मे स्कूलों का बदला समय

Bihar Weather बिहार में पछुआ हवा के कारण ठिठुरन बढ़ गयाी है.प्रदेश में सबसे अधिक ठंड गया जिला रहा. मौसम विभाग के अनुसार 48 घंटे बाद न्यनूतम तापमान में कुछ इजाफा होगा.

By Prabhat Khabar | December 21, 2021 7:40 AM

बिहार में 15-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही पछुआ हवा की वजह से राज्य में सोमवार को ठिठुरन रही. दक्षिण, मध्य व पश्चमी बिहार में कई जगहों पर शीतलहर की स्थिति देखी गयी. गया सोमवार को भी प्रदेश का सबसे ठंडा शहर रहा. यहां 4.1 डिग्री सेल्सियम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. पटना में भी सात डिग्री सेल्सियस से कम रहा न्यूनतम तापमान रहा. अगले 48 घंटे कमोबेश यही स्थित रहने वाली है.

पटना में स्कूल अब सुबह नौ से दोपहर 3:30 तक चलेगे

ठंड बढ़ने के मद्देनजर पटना जिले के सभी स्कूलों में सुबह नौ बजे से दोपहर 3:30 बजे तक कक्षाएं चलेगी. इसके पहले व इसके बाद स्कूलों में किसी तरह की शैक्षणिक गतिविधि नहीं होगी. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सोमवार को यह आदेश जारी किया. डीएम ने डीइओ, सभी एसडीओ, बीडीओ व थानाध्यक्षों को इस आदेश का पालन सुनिश्चत कराने का सख्त निर्देश दिया है.

दिसंबर के अंतिम हफ्ते की सर्दी तीसरे हफ्ते में

बिहार के शीतकालीन ट्रेड में कुछ अहम बदलाव देखे जा रहे है. दरअसल, सर्वाधिक ठंड के रिकार्ड दिसंबर के अंतिम हफ्ते में देखे जाते थे. पिछले दो सीजन से तीसरे हफ्ते में कड़ाके की सर्दी पड़ती रही है. पिछले 10 साल में गया में प्रतिवर्ष का न्यूनतम तापमान दिसंबर के अंतिम हफ्ते में रहा है. केवल 2017 मे 19 दिसंबर को 6.7 और 2016 में 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

यह रिकॉर्ड नहीं था. आइएमडी रिकार्ड के मुताबिक दिसंबर के तीसरे हफ्ते में इतना तापमान गया में कभी नहीं गया है. इसी तरह पटना में पिछले 10 साल में न्यनतम तापमान अंतिम हफ्ते में ही रहा है. केवल 2016 में पटना का न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. हालांकि, इस साल दिसंबर के तीसरे सप्ताह में पटना का तापमान इससे कम कभी नहीं गया.

दो दिन बाद न्यूनतम तापमान में इजाफा

48 घंटे बाद न्यनूतम तापमान में कुछ इजाफा होगा. दरअसल, दो पश्चमी विक्षोभ आगे बढ़ रहे है. उनके गुजर जाने के बाद अर्थात अगले हफ्ते में ठंड फिर लौटेगा. फिलहाल, बिहार में कुछ इलाकों में शीतलहर की स्थिति बनी है. हालांकि, समुद्र सतह से एक किमी के ऊपर पुरवैया हवा का प्रवाह फिर शुरू हो गया है. यह विक्षोभ की वजह से है.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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