जीतन राम मांझी के ब्राह्मण भोज में हंगामा, थाली पर ही गिर पड़े लोग, सामने आई ये वजह

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के आवास पर सोमवार को ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया गया. इस दौरान हंगामा होने की खबर सामने भी आई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2021 4:04 PM

Bihar News बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के आवास पर सोमवार को ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया गया. इस दौरान हंगामा होने की खबर सामने भी आई. बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के सरकारी आवास पर पहुंचे कुछ लोगों ने उनके बयान का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया. बाद में जीतन राम मांझी के समर्थकों ने उन्‍हें खदेड़कर बाहर कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री के आवास परिसर के बाहर भी जीतन राम मांझी के समर्थकों के साथ विरोध कर रहे लोगों की झड़प हुई. वहीं, कुछ लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मांझी समर्थकों ने भोज में बुलाकर अपमानित किया और उन्‍हें धक्‍का देकर आवास से बाहर निकाल दिया. वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्‍ता दानिश रिजवान ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के बीच जीतन राम मांझी ने आमंत्रित लोगों के साथ बैठकर चूड़ा-दही-गुड़ और सब्‍जी खाई.

मिल रही जानकारी के मुताबिक, ब्राह्मण-दलित एकता भोज में शामिल होने के लिए काफी संख्‍या में जीतन राम मांझी के आवास पर लोग जमा हुए थे. हालांकि, इनमें ब्राह्मणों की संख्‍या उम्मीद के कम थी. वहीं, भोज शुरू होते ही फोटो सेशन के चक्‍कर में अव्‍यवस्‍था उत्‍पन्‍न हो गई. जीतन राम मांझी के साथ दिखने की चाहत में भोज में शामिल होने पहुंचे कई लोग भोजन की थाली में ही गिर पड़े. बता दें कि पूर्व सीएम के सरकारी आवास पर सोमवार को दोपहर साढे बारह बजे ब्राह्मण-दलित एकता भोज का आयोजन किया गया था.

इस भोज में पहले केवल पंडितों को ही शामिल होने का न्योता दिया गया था. शर्त थी कि जो मांस-मदिरा का सेवन ना करते हों और कभी चोरी डकैती ना की हो वह शामिल हो सकते हैं. बाद में इस आयोजन में थोड़ा परिवर्तन किया गया है और दलितों को भी इसमें जोड़ा गया. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के सरकारी आवास पर आयोजित भोज के लिए बड़ा पंडाल बनाया गया था. भोज में आने वाले लोगों के लिए चूड़ा, दही, गुड़, तिलकुट और बिना लहसुन-प्याज के बनाया गया आलू-मटर की सब्जी परोसी गई.