नल जल योजना में गड़बड़ी अब नहीं होगी बर्दाश्त, इन नंबरों पर करें शिकायत, तुरंत होगा एक्शन

पेयजल आपूर्ति में बाधा होने पर आप 9122400777 पर व्हाट्स एप, 18603455555 नंबर पर फोन और मोबाइल एप prdshikayat.bgsys.co.in पर सूचना दे सकते हैं. इस पर समय-सीमा के भीतर अविलंब कार्रवाई होगी.

By Prabhat Khabar | April 13, 2021 2:46 PM

नल जल योजना के तहत पेयजल आपूर्ति में बाधा होने पर आप 9122400777 पर व्हाट्स एप, 18603455555 नंबर पर फोन और मोबाइल एप prdshikayat.bgsys.co.in पर सूचना दे सकते हैं. इस पर समय-सीमा के भीतर अविलंब कार्रवाई होगी. साथ ही सूचना देने वाले को कार्रवाई के बारे में जानकारी दी जायेगी. यह व्यवस्था राज्य सरकार के पंचायती राज विभाग ने शुरू की है.

पंचायती राज विभाग ने कहा है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है. वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के माध्यम से कार्यान्वित योजनाओं के रखरखाव, जल आपूर्ति में किसी प्रकार की बाधा या अन्य किसी शिकायत की सूचना के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है.

पंचायती राज विभाग के केंद्रीय कंट्रोल रूम में व्हाट्स एप, फोन या मोबाइल एप से शिकायत मिलने के बाद उस पर समय-सीमा के भीतर कार्रवाई की व्यवस्था की गयी है.


नल जल योजना की बढ़ी निगरानी

राज्यभर में एक करोड़ तीन लाख से अधिक लाभुकों के घरों में अब मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना के तहत शुद्ध पानी पहुंच रहा है. अब गर्मी में लोगों को नियमित पानी मिले, इसको लेकर वार्डों में हर दिन एक घंटे का पानी पर चर्चा होगी, जिसमें किस घर, गली में पानी नहीं आ रहा है, इसकी शिकायत दर्ज होगी और उसके बाद उस दिक्कत को तुरंत ठीक किया जायेगा. इसको लेकर पीएचइडी ने सभी जिलों में अधिकारियों को निर्देश भेज दिया है.

यह दिया गया निर्देश

– नल जल योजना की हर दिन निगरानी हो और सितंबर तक लोगों से फीडबैक लिया जाये.

– कहीं भी जलापूर्ति योजना में गड़बड़ी आती है, तो उसे तुरंत ठीक किया जाये और रिपोर्ट में यह बताया जाये कि किस कारण से योजना कितनी देर बंद हुई.

– भू-जल स्तर की निगरानी हर दिन हो और जिन इलाकों में 2019 में सबसे अधिक जल स्तर नीचे गया है उसे मानक मानकर ही काम करें ताकि योजना बंद नहीं हो.

– वार्ड स्तर पर हर चर्चा की जाये, ताकि यह पता चल पाये कि कहीं योजना बंद तो नहीं है.

– लाभुकों को रैडम फोन कर, योजना की जानकारी लें और फीडबैक बेहतर नहीं आने पर संवेदक और अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी

Posted By: Utpal Kant

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