Bihar Budget Session 2021: शिक्षा मंत्री ने बिहार के सभी अनुमंडल में जल्द डिग्री कॉलेज खोले जाने की कही बात, तेजस्वी ने कसा तंज…

Bihar Budget Session 2021: बिहार में विधान सभा का बजट सत्र जारी है. बजट सत्र का आज तीसरे दिन मंगलवार को भी कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. मंगलवार को विधानसभा में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार के जिन अनुमंडल में डिग्री कॉलेज नहीं है वहां जल्द ही डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के 78 हजार बच्चों का अगले क्लास में प्रमोसन होगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2021 2:47 PM

Bihar Budget Session 2021: बिहार में विधान सभा का बजट सत्र जारी है. बजट सत्र का आज तीसरे दिन मंगलवार को भी कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई. मंगलवार को विधानसभा में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार के जिन अनुमंडल में डिग्री कॉलेज नहीं है वहां जल्द ही डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के 78 हजार बच्चों का अगले क्लास में प्रमोसन होगा.

सरकार इस मामले पर विचार कर रही है. जल्द ही इस दिशा में निर्णय लेगी. वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौथरी बिहार में शिक्षा स्तर सुधारने की बात कर रहे है. वहीं राज्य की शिक्षा व्यवस्था 15 वर्षों में पूरी तरह से चौपट हो गई है. उन्होंने बिहार के शैक्षणिक स्तर का स्कोर सबसे नीचे होने का आरोप लगाया.

बजट में युवाओं पर किया गया है फोकस

उच्च शिक्षा का क्षेत्र को विस्तार करने के लिए सरकार का फोकस इस बजट में साफ दिख रहा है. शिक्षा मंत्री ने भी विधानसभा में राज्य के सभी अनुमंडलों में डिग्री कॉलेज खोले जाने की बात कही है. इस बजट में शिक्षा पर सबसे अधिक 21.92 फीसदी राशि खर्च होगी, यह सरकार का सबसे बड़ा फैसला होगा.

शिक्षकों की कमी होगी दूर

राज्य सरकार का फोकस शिक्षा पर है. बिहार सरकार शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए चरणबद्ध तरीके से विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में नियोजन करेगा. जल्द ही सभी रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. बजट सत्र में सरकार ने 2030 तक शत-प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य रखा है.

जानकारों का कहना है कि सरकार को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अधिक राशि खर्च करनी चाहिए, क्योंकि प्राथमिक शिक्षा तो सभी लोगों के लिए अनिवार्य है. वहीं, सेकेंडरी शिक्षा को भी इसी दिशा में देखा जाता है. लेकिन, उच्चतर शिक्षा जिसमें समाज की इंटेलिजेसिया झलकती है, सरकार का फोकस एरिया होना चाहिए. विवि में रीसर्च का काम खत्म सा हो गया है. जो हो भी रहे है, वह नकल ही है. सरकार को इन चीजों पर भी फोकस करनी चाहिए.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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