गम में डूबे दो गांव

एनडीआरएफ टीम के सहयोग से निकाले गये 9 शव ... मृतक के परिजनों को मिली अनुग्रह अनुदान की राशि परिजनों का हुआ रो- रो कर बुरा हाल नाविक के खिलाफ एफआइआर दर्ज संवाददाता, आरा/ सरैंया बड़हरा प्रखंड के सोहरा केवटिया घाट पर हुई नौका दुर्घटना में नौ लोगों की जान गयी. सभी लाशों की बरामदगी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2013 10:36 PM

एनडीआरएफ टीम के सहयोग से निकाले गये 9 शव

मृतक के परिजनों को मिली अनुग्रह अनुदान की राशि

परिजनों का हुआ रो- रो कर बुरा हाल

नाविक के खिलाफ एफआइआर दर्ज

संवाददाता, आरा/ सरैंया

बड़हरा प्रखंड के सोहरा केवटिया घाट पर हुई नौका दुर्घटना में नौ लोगों की जान गयी. सभी लाशों की बरामदगी हो गयी. एनडीआरएफ टीम की मदद से मौजमपुर, मनेर और डोरीगंज (छपरा) से गंगा नदी में डूबी आठ लड़कियों और एक महिला सहित 9 लाश बरामद कर ली गयी है. प्रशासन ने केवटिया घाट पर ही सभी लाशों का पोस्टमार्टम कराया गया. अनुमंडलाधिकारी सदर माधव कुमार सिंह ने मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से अनुग्रह अनुदान की राशि के रूप में प्रत्येक को 1 लाख 50 हजार रुपये दिये गये. हादसे के शिकार लोगों के घरों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.

घटनास्थल पर पोस्टमार्टम

जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल ने कहा कि नाव दुर्घटना बहुत ही हृदय विदारक घटना है. उन्होंने मृतकों का पोस्टमार्टम ऑन स्पॉट कराने का आदेश एसडीओ को दिया. उनके आदेश पर चिकित्सकों की एक टीम घटना स्थल पर पहुंच पोस्टमार्टम किया.

इससे पहले एनडीआरएफ टीम ने बुधवार को 8:15 मिनट से शव खोजने का अभियान शुरू किया, जो गुरुवार तक चलता रहा. एनडीआरएफ के सतत प्रयास के बदौलत गुरुवार की शाम चार बजे तक डोरीगंज, मनेर और मौजमपुर से सभी शवों को खोज लिया गया. टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर आलोक कुमार एवं कौशल कुमार कर रहे थे. टीम में वेद प्रकाश सिंह, दीवान सिंह, राजेश कुमार सहित 35 सदस्य शामिल थे.

कब, कहां मिले शव

एनडीआरएफ की टीम ने सभी शवों को खोज निकाला. एनडीआरएफ के अनुसार सुबह 8 बजे रेखा कुमारी (मौजमपुर पानी टंकी ), 9:10 में लीलावती देवी (डोरीगंज), 11:5 में गीता कुमारी, रूकमिना कुमारी और मुन्नी कुमारी (डोरीगंज, छपरा), 3:35 में अनीता कुमारी, फुल कुमारी और कविता कुमारी (डोरीगंज ) तथा 4:00 में देवांती कुमारी (मनेर) से शवों को बरामद किया गया.

परिजन को मुआवजा

अनुमंडल पदाधिकारी सदर और अंचल पदाधिकारी ने शवों की बरामदगी के साथ ही घाट पर ही मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से मुआवजा की राशि मुहैया करायी. एसडीओ ने चेक को विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के हाथों दिलाया. प्रत्येक मृतक के परिवार को डेढ़ लाख की राशि दी गयी. 13 लाख 50 हजार की राशि अनुदान के रूप में वितरित की गयी. साथ ही एसडीओ ने 20- 20 हजार रुपये पारिवारिक लाभ योजना के तहत देने का आश्वासन दिया.