दिव्यांग किसान ने दस एकड़ में की धान की खेती
अगिआंव : सच ही कहा गया है कि अगर दिल में जज्बा व जुनून हो, तो दिव्यांगता भी आड़े नहीं आती और धरती का सीना चीर कर सोना भी निकालने का सपना पूरा किया जा सकता है. कुछ ऐसा ही करके 90 प्रतिशत तक दिव्यांग युवा किसान संतोष सिंह ने धान की खेती कर क्षेत्र […]
अगिआंव : सच ही कहा गया है कि अगर दिल में जज्बा व जुनून हो, तो दिव्यांगता भी आड़े नहीं आती और धरती का सीना चीर कर सोना भी निकालने का सपना पूरा किया जा सकता है. कुछ ऐसा ही करके 90 प्रतिशत तक दिव्यांग युवा किसान संतोष सिंह ने धान की खेती कर क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं. इन्होंने अपने दम पर लगभग दस एकड़ में धान की खेती कर सामान्य लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किसी भी काम में दिव्यांगता आड़े नहीं आती है.
बशर्ते आपके अंदर कुछ कर दिखाने का जज्बा हो. अगिआंव प्रखंड अंतर्गत बेरथ गांव निवासी संतोष सिंह की काबिलियत की चर्चा लोगों में खूब हो रही है. बेरथ व आसपास के गांवों के दर्जनों किसान उनसे खेती संबंधी मशविरा लेने के लिए पहुंच रहे हैं. इनकी खेती को देखने पहुंचे भाजयुमो नेता भानु प्रताप सिंह काफी आश्चर्यचकित थे.
उन्होंने संतोष सिंह को प्रोत्साहित करते हुए आश्वासन दिया कि आनेवाले पैक्स सरकार में आपके जैसे युवा किसानों को होना जरूरी है, ताकि आप अपने स्तर से कृषि को बढ़ावा देने में समाज के युवाओं को प्रेरणा मिले. उन्होंने संतोष सिंह को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना, किसान मानधन योजना, डीजल अनुदान, फसल क्षतिपूर्ति का आवेदन करने को कहा, ताकि आप जैसे को यह सुविधा अवश्य मिलनी चाहिए.
