Bhagalpur News. सिटी का बदलेगा नक्शा, ट्रैफिक सुधार से लेकर धरोहर संरक्षण तक की होगी पहल
भागलपुर शहर का नक्शा बदलेगा.
-यूडीएचडी ने शहर के पुनरोद्धार की दिशा में उठाया कदम, कंसल्टेंट की बहाली के साथ तैयारी शुरू
ब्रजेश, भागलपुरशहरी विकास एवं आवास विभाग (यूडीएचडी) ने शहर के पुनरोद्धार की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. विभाग ने इस केंद्रीय व्यावसायिक जिला (सीबीडी) और ऐतिहासिक कोर क्षेत्रों के लिए व्यापक पुनरोद्धार योजना तैयार की है और इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. इसके लिए योग्य परामर्शी फर्मों से प्रस्ताव आमंत्रित किये गये हैं. चयनित कंसल्टेंट एजेंसी शहर के विकास, सौंदर्यीकरण और आधुनिक सुविधाओं के विस्तार पर काम करेगी. यानी, योजना के तहत पुराने इलाकों का संरक्षण और उनका सौंदर्यीकरण होगा. साथ ही आधुनिक शहरी सुविधाओं का विकास किया जायेगा. इसमें सड़क और यातायात प्रबंधन में सुधार, सार्वजनिक स्थलों का डेवलपमेंट, पार्किंग की व्यवस्था, जल निकासी और स्वच्छता से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल होंगे. इसके अलावा, शहर के ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करते हुए उन्हें आकर्षण का केंद्र बनाने की योजना है. विभाग का मानना है कि इस पहल से भागलपुर की छवि न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी और मजबूत होगी.कंसल्टेंट एजेंसी चुने जाने के बाद होगा भागलपुर का सर्वे
यूडीएचडी की ओर से जब कंसल्टेंट एजेंसी तय हो जायेगी, तो वह शहर का सर्वे करेगी. सबसे पहले ट्रैफिक व्यवस्था पर ध्यान दिया जायेगा. यह देखा जायेगा कि किन जगहों पर सुधार करने से जाम की समस्या खत्म हो सकती है.इसके बाद बाजार क्षेत्रों का सर्वे होगा, जहां लोगों की सुविधा बढ़ाने और सार्वजनिक जगहों को बेहतर बनाने पर जोर रहेगा. साथ ही शहर के ऐतिहासिक धरोहरों की भी पहचान की जायेगी. पुरानी इमारतें, स्मारक और ऐतिहासिक संरचनाएं, जो भागलपुर की पहचान और संस्कृति को दिखाती हैं, उन्हें सूची में शामिल किया जायेगा. इस तरह यह सर्वे न केवल ट्रैफिक और सुविधाओं को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि शहर की पुरानी धरोहरों को बचाने और आगे की पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखने में भी अहम भूमिका निभायेगा.योजनाओं में ये भी रहेंगे शामिल
फिजिकल रिडेवलपमेंट: पुरानी इमारतों और बुनियादी ढांचे का नवीनीकरण कर उन्हें आधुनिक स्वरूप देना.
पब्लिक स्पेश डेवलपमेंट: पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए सुरक्षित एवं समर्पित स्थान तैयार करना.ट्रांसपोर्ट इंटिग्रेशन: वाहनों, साइकिल और पैदल यात्रियों के बीच सुचारु और सुविधाजनक आवागमन सुनिश्चित करना.
कल्चरल लाइफ स्टाइल डेवलपमेंट: पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा और स्थानीय संस्कृति एवं विरासत को बढ़ावा देगा.आठ अक्तूबर को खोली जायेगी निविदा की तकनीकी बिड
कंसल्टेंट एजेंसी की बहाली के मद्देनजर यूडीएचडी ने निविदा जारी की है. इसका तकनीकी बिड 08 अक्तूबर को खोली जायेगी. कार्य एजेंसी का चयन कर विकास व सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी सौंप दी जायेगी.
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