सृजन घोटाले: रूबी और पुर्णेंदु भेजे गये जेल, अर्पणा को सीबीआइ ने किया गिरफ्तार, पीके से पूछताछ

सृजन घोटाले में शुक्रवार को सीबीआइ की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी, पटना की अदालत ने रूबी देवी व पुर्णेंदु कुमार को न्यायिक हिरासत में लेते हुए 26 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया.

By Prabhat Khabar | August 14, 2021 6:45 AM

पटना/भागलपुर. सृजन घोटाले में शुक्रवार को सीबीआइ की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी, पटना की अदालत ने रूबी देवी व पुर्णेंदु कुमार को न्यायिक हिरासत में लेते हुए 26 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया. रूबी देवी सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की पदधारक रही हैं और भागलपुर शहर के व्यवसायी विपिन शर्मा की पत्नी हैं, जबकि पुर्णेंदु कुमार सृजन संस्था का ऑडिट कर चुके हैं.

वहीं, सीबीआइ की विशेष टीम शुक्रवार को सबौर से अर्पणा वर्मा को गिरफ्तार कर पटना लेकर चली गयी. अर्पणा वर्मा सबौर के रहनेवाले दीपक कुमार वर्मा उर्फ अभिषेक कुमार की पत्नी हैं और वह सृजन की पदधारक भी रही हैं. इसके अलावा छह अगस्त की रात गिरफ्तार किये गये पीके घोष को प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत के आदेश पर पांच दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.

अपनी पत्नी रूबी देवी को लेकर विपिन शर्मा ने बताया कि गुरुवार को सीबीआइ उनके भागलपुर स्थित घर पर आयी थी. पत्नी के कोलकाता में होने की बात सीबीआइ को बतायी. सीबीआइ अधिकारी का कहना था कि रूबी देवी को सरेंडर कराएं. इसके बाद शुक्रवार को कोलकाता से पत्नी को फ्लाइट से पटना बुला कर अदालत में सरेंडर कराया.

आठ लोगों के खिलाफ जारी हुआ था वारंट

अदालत ने कुल आठ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था, जिनमें अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें शामिल छह महिलाएं समेत आठ लोग सृजन प्रबंध समिति में अहम भूमिका में रहा करते थे. आरोप है कि पूरा घोटाला इनकी जानकारी या मिलीभगत से हुआ है. इसमें गुरुवार की देर रात को ही पुर्णेंदु कुमार को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था.

वह सीए हैं और सृजन के सभी अकाउंट का ऑडिट एके मिश्रा एंड एसोसिएट नामक सीए संस्थान के साथ मिलकर किया था. पूरी ऑडिट रिपोर्ट में किसी तरह की गड़बड़ी का कोई उल्लेख ही नहीं किया गया था. इससे यह स्पष्ट होता है कि पूरे घोटाले को जानबूझ कर नजरअंदाज करते हुए ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गयी थी.

दिन भर चलती रही छापेमारी

सीबीआइ की टीम शुक्रवार को भागलपुर में काफी सक्रिय रही और कई स्थानों पर सघन छापेमारी की. गैर जमानती आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए यह कार्रवाई की गयी. साथ ही इससे जुड़ी सभी पहलुओं की जांच करनी थी. सबौर में दीपक वर्मा के घर पर सीबीआइ दिन में घंटों जमी रही और मामले से जुड़ी पड़ताल की.

अब इनकी होगी गिरफ्तारी

जिन आठ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है, उनमें तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है. शेष पांच लोगों की गिरफ्तारी के लिए सीबीआइ टीम पुलिस जवानों के साथ छापेमारी में जुटी है. सीबीआइ अब जिन्हें गिरफ्तार करनेवाली है, उनमें रजनी प्रिया, सीमा देवी, जसीमा खातून, राजरानी वर्मा व सतीष कुमार झा शामिल हैं.

सीबीआइ की टीम भागलपुर कर रही कैंप

सीबीआइ के अधिकारी लगातार भागलपुर में कैंप कर रहे हैं. इसकी कई टीमें विभिन्न जगहों पर जाकर घोटाला मामले को लेकर पड़ताल कर रही हैं. सबौर सहित उन ग्रामीण इलाकों तक सीबीआइ अधिकारी जा रहे हैं, जहां आरोपितों के होने का संदेह है.

Posted by Ashish Jha

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