Bhagalpur News. जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीराम कथा : विद्या सागर महाराज

बूढ़ानाथ मंदिर में रामचरित मानस का पाठ.

By KALI KINKER MISHRA | October 11, 2025 9:07 PM

बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में नौ दिवसीय श्रीरामचरित मानस पाठ व श्रीराम कथा का आयोजन श्रीराम कथा जीवन जीने की कला सिखाती है. भगवान राम ने भारतवर्ष में एकता, अखंडता एवं सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा की. भारत में जब-जब अनाचार-दुराचार हुआ, तब-तब भगवान को जन्म लेना पड़ा और धर्म की रक्षा की. भगवान श्रीराम का नाम लेने मात्र से मनुष्य का कल्याण हो सकता है. उक्त बातें बनारस से पधारे मानस भास्कर पंडित विद्यासागर जी महाराज ने बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में नौ दिवसीय श्रीरामचरित मानस पाठ सह श्रीराम कथा के दूसरे दिन शनिवार को प्रवचन करते हुए कही. आगे उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन सत्य, धर्म और आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है. बनारस के पंडित श्रीकांत पाण्डेय ने बताया कि सुबह में सामूहिक नवाह्पारायण किया गया. इसमें बनारस के पंडितों के अलावा समाज की महिला श्रद्धालु शामिल हुए. दूसरे सत्र में बाल व्यास पंडित विजय शंकर चतुर्वेदी जी महाराज के परम शिष्य विद्यासागर जी महाराज के नेतृत्व में प्रवचन हुआ. राम के जीवन पर प्रकाश डाला. पंडित पंकज झा ने बताया कि रविवार को श्रीरामचरितमानस पाठ में सीताराम विवाह महोत्सव होगा. मानस कथावाचिका कृष्णा मिश्रा ने श्रीराम के जन्म कथा के बारे में लोगों को बताया.श्रीराम कथा का सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रवण किया. पंकज कुमार झा ने बताया कि श्रीराम कथा प्रतिदिन 18 अक्टूबर तक संध्या 5 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक किया जायेगा. सुबह प्रतिदिन नवाह्पारायण पाठ किया जायेगा. आयोजक प्रणव घोष ने बताया कि यह संस्था बाबा बूढ़ानाथ महादेव को पिछले 52 साल से कथा सुना रही है. इस मौके पर बनारस के पंडित विद्यासागर पाण्डेय, संयोजक सतीश पाण्डेय, मुकेश तिवारी, संजय तिवारी, नंद लाल चौबे, आशुतोष दुबे, श्रीकांत पाण्डेय, महेन्द्र चौबे, राम दास, मनीष शर्मा, घनश्याम गोस्वामी, पंकज कुमार झा, मंदिर प्रबंधक बाल्मिकी सिंह, दीपक कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.

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