Bihar Flood: नवगछिया में गंगा का तांडव, बिंदटोली तटबंध टूटने लगा, कितनी करीब है तबाही?
Bihar Flood: नवगछिया में गंगा का तांडव जारी है. सोमवार को बिंदटोली तटबंध टूटने लगा. 350 मीटर से अधिक तटबंध ध्वस्त हो गया. डीएम समेत कई अफसर कैंप कर रहे हैं. जानिए कितनी करीब है तबाही?
Bihar Flood: कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. भागलपुर जिले के नवगछिया में लोग कटाव की मार से सहमे हुए हैं. गोपालपुर प्रखंड के इस्माइलपुर बिंदटोली तटबंध सोमवार की देर शाम को करीब 350 मीटर तक ध्वस्त हो गया. तटबंध टूटने की आशंका से कई गांवों के लोगों में भय फैल गया और उन्होंने जगकर रात काटा. हालांकि गंगा शांत हुई तो पानी का दबाव घटा है. जिला प्रशासन की टीम यहां कैंप कर रही है.
इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध होने लगा ध्वस्त
नवगछिया इलाके में इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध सोमवार की शाम को ध्वस्त होने लगा. स्पर आठ और नौ के बीच 350 मीटर के करीब आधा से अधिक भाग गंगा में समा गया. कटाव का दायरा तेजी से बहने लगा. हालांकि मंगलवार को पानी का दबाव थोड़ा नरम हुआ तो खतरा फिलहाल टला है. प्रशासन की टीम यहां कैंप कर रही है. डीएम, डीडीसी, बीडीओ समेत कई अफसर मौके पर मौजूद रहे. फ्लड फाइटिंग का काम तेज किया गया. तटबंध को बचाने के लिए मरम्मत कार्य जोरों पर है.
बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया में बाढ़ के हालात
— Thakur Shaktilochan shandilya (@Ershaktilochan) August 11, 2025
इस्माइलपुर बिंदटोली रिंगबांध के स्पर संख्या 8 और 9 के बीच कटना शुरू. कई गांवों में पानी फैलने का खतरा बढ़ा.
वीडियो: अंजनी कुमार कश्यप pic.twitter.com/VAvDNld2xk
तटबंध बचाने का प्रयास जोरों पर, फिलहाल खतरा टला
मंगलवार को तटबंध को बचाने के लिए काम चल रहा था.प्रशासन की टीम जब मौके पर पहुंची तो कुछ ग्रामीणों से बीडीओ से अनबन भी हो गयी. मिली जानकारी के अनुसार, मोबाइल में वीडियो बनाने को लेकर बहस हुई. इधर, ग्रामीणों में खौफ है. फिलहाल खतरा टला हुआ है लेकिन कब गंगा में उफान फिर शुरू हो जाए और तटबंध टूटने लगे, इसे लेकर लोग डरे हुए हैं.
बिंदटोली में गंगा में समा रहे घर
रंगरा प्रखंड के बिंदटोली में भी कटाव की मार लोग झेल रहे हैं. कई लोगों के घर यहां गंगा में समा चुके हैं. एनडीआरएफ की टीम ने 30 बाढ़ पीडितों को रेस्क्यू करके निकाला है. प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और कटाव में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम जोर-शोर से हुआ.
