bhagalpur news. आइटीआइ में उप-प्राचार्य पद पर बीसीइ के पांच छात्रों का चयन

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीई) की गिनती बिहार के पुराने व प्रमुख सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में होती है.

By ATUL KUMAR | June 21, 2025 1:24 AM

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीई) की गिनती बिहार के पुराने व प्रमुख सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में होती है. यहां के छात्रों ने हाल ही में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सराहनीय प्रदर्शन किया है. कॉलेज के पांच से अधिक छात्रों का चयन बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा के माध्यम से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में उपप्राचार्य पद के लिए हुआ है. चयनित छात्रों में अमित कुमार गामी ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. उन्हें सातवीं रैकिंग मिली. वहीं सिविल इंजीनियरिंग के छात्र सुमन सौरव को 121वीं रैंक, सिविल इंजीनियरिंग शाखा से अतुल कुमार को 100वीं रैंक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक निधि कुमारी को 152वीं रैंक, सिविल इंजीनियरिंग शाखा से बीटेक संजना कुमारी को 150वीं रैंक प्राप्त हुई. संजना वर्तमान में पटना में बिहार सरकार के शहरी विकास एवं आवास विभाग में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं. इससे पूर्व वह राजकीय पॉलिटेक्निक अरवल में व्याख्याता के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं. भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर ओम प्रकाश रॉय ने इन सफलताओं पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में और भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे. 44 छात्रों का चयन गेट में हुआ. बीसीई की ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर सह सहायक प्राध्यापक डॉ बबलेश कुमार झा ने बताया कि बीसीई भागलपुर के छात्रों ने गेट परीक्षा में भी लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 43 छात्रों और 2024-25 में 44 छात्रों का चयन गेट में हुआ है, जो कि देश की प्रतिष्ठित तकनीकी प्रवेश परीक्षाओं में से एक है. इसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों द्वारा आयोजित की गयी थी.

आइआइटी में एमटेक व पीएचडी का अवसर

वर्ष 2025 में कई छात्रों को देश के प्रमुख आइआइटी संस्थानों में एमटेक और पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रस्ताव पत्र प्राप्त हुए हैं. इनमें नकुल वर्मा का चयन पीएचडी के लिए आइआइटी रुड़की में हुआ है. सुधांशु रंजन को आइआइटी बॉम्बे में एमटेक में प्रवेश मिला है. काजल कुमारी को आइआइटी कानपुर, आशीष कुमार को आइआइटी मद्रास, गौरव कुमार झा को आइआइटी दिल्ली और नीलेश कुमार को आइआइटी बॉम्बे में एमटेक के लिए प्रवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है.

प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत हैं पूर्व छात्र

भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की स्थापना वर्ष 1960 में हुई थी. यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग बिहार सरकार के अधीन संचालित है. यह संस्थान जेईई मेन और बीसीईसीई के माध्यम से प्रवेश लेने वाले छात्रों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करता है. इस कॉलेज के कई पूर्व छात्र भारतीय इंजीनियरिंग सेवा, बिहार प्रशासनिक सेवा, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग में कार्यरत हैं. इसके अलावा, कई छात्र देश के प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों जैसे एनटीपीसी, पीजीसीआईएल, एनएचपीसी, भेल, एचएएल, सेल, कोल इंडिया आदि में तथा राज्य के ऊर्जा विभागों में कार्यरत हैं. कुछ पूर्व छात्र डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर जैसे अनुसंधान संस्थानों और प्रमुख सॉफ्टवेयर व निजी कंपनियों में भी काम कर रहे हैं.

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