जेएलएनएमसीएच : अंग फाउंडेशन पर कार्रवाई होनी तय, फैसला आज

कमिश्नर के नेतृत्व में पिछले दो माह से चल रही भोजन संबंधी जांच... भागलपुर : जेएलएनएमसीएच में भोजन परोसने वाली एजेंसी अंग फाउंडेशन पर भोजन की गुणवत्ता को लेकर गाज गिरना तय माना जा रहा है. प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार की कोर्ट में अंग फाउंडेशन के भोजन बांटने की सुनवाई पूरी हो गयी. इस बारे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2018 5:59 AM

कमिश्नर के नेतृत्व में पिछले दो माह से चल रही भोजन संबंधी जांच

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच में भोजन परोसने वाली एजेंसी अंग फाउंडेशन पर भोजन की गुणवत्ता को लेकर गाज गिरना तय माना जा रहा है. प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार की कोर्ट में अंग फाउंडेशन के भोजन बांटने की सुनवाई पूरी हो गयी. इस बारे में जिला लेखा पदाधिकारी की भी रिपोर्ट आ गयी. पिछली दो बार की सुनवाई में मांगे गये अनुभव प्रमाण पत्र सहित अन्य कागजात नहीं पेश किये गये और उन्हें अंतिम मौका भी मिला. मामले में कमिश्नर स्तर से निर्णय हो गया है और आज (शनिवार) फैसला आयेगा.
हाइकोर्ट के निर्देश पर चल रही जांच
हाइकोर्ट के निर्देश पर कमिश्नर राजेश कुमार द्वारा भोजन की गुणवत्ता जांच व अन्य मामला चल रहा है. कमिश्नर के निर्देश पर खाद्य उपभोक्ता विभाग के उप निदेशक अमरनाथ साहा के नेतृत्व में भोजन परोसने व उसकी गुणवत्ता की जांच की गयी थी. इन जांच के क्रम में खाने व उसके वितरण में सुधार हुआ , मगर खाना जिस स्तर का होना चाहिए, वह नहीं हाे सका. अस्पताल प्रशासन को भी कहा गया कि लगातार जांच करके सभी चीजों की निगरानी करें.
अनुभव प्रमाण पत्र पर फंसा मामला
अंग फाउंडेशन से अनुभव प्रमाण पत्र मांगा गया था. फाउंडेशन का तर्क था कि जिसका अनुभव लगाया है, वह उसकी ही सहयोगी एजेंसी है. निर्देश हुआ कि फाउंडेशन अनुभव प्रमाण पत्र के अलावा यह भी कागजात दे कि संबंधित एजेंसी का उससे वित्तीय व अन्य जुड़ाव है. जिला लेखा पदाधिकारी को रजिस्टर पर दर्ज मरीज की संख्या व थाली की संख्या का मिलान करने के लिए कहा गया.
निविदा के बजाय सेवा विस्तार पर भी विवाद : जिला लेखा पदाधिकारी ने अस्पताल में भोजन परोसने संबंधी निविदा के बजाय अंग फाउंडेशन द्वारा सेवा विस्तार दिये जाने पर जांच की. वित्तीय नियमावली के तहत उन्होंने रिपोर्ट दी, यह सुनवाई के पारित आदेश में भी उल्लेख हाेगा.