profilePicture

Pahalgam Attack News: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक्शन की तैयारी, बेतिया के एएसपी रहे राजेश को मिली बड़ी जिम्मेदारी

Pahalgam Attack News: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक्शन की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसकी जिम्मेदारी जम्मू कश्मीर के पहलगाम में ही सीआरपीएफ के कमाडेंट राजेश कुमार को दी गयी है. वे बिहार स्थित आरा के निवासी है. राजेश कुमार बेतिया के एएसपी भी रह चुके है. बेतिया में एएसपी अभियान रहते हुए राजेश कुमार ने चंपारण को नक्सलवाद से मुक्ति दिलाई थी. राजेश कुमार को वीरता पुरस्कार मिल चुका है.

By Radheshyam Kushwaha | April 24, 2025 11:36 AM
an image

गणेश वर्मा/ Pahalgam Attack News: बेतिया. जम्मू कश्मीर के पहलगाम स्थित टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. कश्मीर घुमने गये 27 निहत्थे नागरिकों की हत्या के बाद लोगों में भारी उबाल है. सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. इसको लेकर सरकार भी अब कड़े एक्शन के मूड में हैं. आतंकी हमले का जवाब देने के लिए सैन्य स्तर पर भी तैयारी चल रही है. सूत्रों की माने तो इसमें बेतिया के एएसपी रहे राजेश कुमार को बड़ा जिम्मा मिला है. इनके नेतृत्व में सीआरपीएफ की आर्म्स फोर्स इस आतंकी घटना के जवाबी कार्रवाई देने की तैयारी में जुटी है. घाटी में सर्च अभियान तेज कर दिये गये हैं. बेतिया में करीब 4 साल तक एएसपी अभियान के पद पर रहे राजेश कुमार फिलहाल जम्मू कश्मीर के पहलगाम में ही सीआरपीएफ के कमाडेंट के पद पर तैनात हैं.

आतंकी हमले के बाद होने वाले एक्शन में मिली है बड़ी भूमिका

बिहार के ही आरा के रहने वाले राजेश कुमार तेज तर्रार अफसरों में शुमार हैं. बेतिया में एएसपी रहते हुए उन्होंने जिले में क्राइम कंट्रोल, लॉ एंड आर्डर मेंटेन करने और नशा के खिलाफ जागरुकता अभियानों को लेकर तमाम सुर्खियां बटोरी थीं. बेतिया पुलिस-मित्र पुलिस के नाम से अभियान चलाकर इन्होंने पुलिस-पब्लिक रिलेशनशीप को लेकर भी बेहतर पहल की थी और तमाम कार्यक्रम भी आयोजित कराये थे. अब पहलगाम में आतंकी हमले के बाद शुरू होने वाले जवाबी कार्रवाई में राजेश कुमार की बड़ी भूमिका होने वाली है. विश्वस्त सूत्रों की माने तो इस घटना के बाद कड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है. इसमें राजेश कुमार की अगुवाई में सीआरपीएफ ने घाटी में सर्च अभियान शुरू कर दिया है. खासकर पहलगाम में मौजूद आतंकी स्लीपर सेल की पहचान की जा रही है. सैकड़ों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है.

पश्चिम चंपारण को दिलाई थी नक्सलवाद से मुक्ति

बेतिया में राजेश कुमार 2012 से 2016 तक करीब 4 साल तक एएसपी अभियान के पद पर रहे. पश्चिम चंपारण के नक्सलवाद से ग्रसित जिला होने के चलते सीआरपीएफ से ही उन्हें यहां एएसपी अभियान के पद पर प्रतिनियुक्ति मिली थी. 4 सालों के कार्यकाल में राजेश कुमार ने जिले को नक्सलवाद से मुक्ति दिलाने अपनी बड़ी भूमिका निभाई. वीटीआर के जंगलों में तमाम सर्च अभियान चलाकर और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से तथाकथित नक्सलियों को जीवन के मुख्य धारा से जोड़ा गया. उन्हें रोजगार और सम्मानजनक जीवन दिलाने की पहल की गई.

2021 में मिला था पुलिस गैलेंट्री अवार्ड

भोजपुर जिले के आरा के रहने वाले राजेश कुमार को पुलिस गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. असाधारण साहस वीरता के लिए मिलने वाला यह पुरस्कार श्री कुमार को वर्ष 2021 में राष्ट्रपति के हाथों से मिला. धारा 370 के प्रावधानों को धरातल पर लागू करने, कश्मीर घाटी में शांति स्थापित करने, टारगेटेड किलिंग रोकने, आतंकियों के शूटआउट समेत अन्य कार्रवाईयों में राजेश की बड़ी भूमिका है.

Also Read: Bihar Crime: एमबीए छात्रा यशी सिंह अपहरण, CBI ने झारखंड-पश्चिम बंगाल और यूपी पुलिस से मांगी रिपोर्ट

Next Article

Exit mobile version