एसएच-55 की तरह बूढ़ी गंडक के बांध पर 35 किलोमीटर लंबी बनेगी सड़क
एसएच 55 के पैरेरल बूढ़ी गंडक नदी के बांध पर 35 किमी लंबा बाइपास बनाया जाएगा.
चेरियाबरियारपुर. एसएच 55 के पैरेरल बूढ़ी गंडक नदी के बांध पर 35 किमी लंबा बाइपास बनाया जाएगा. इसको लेकर फफौत से सिउरी तक बूढ़ी गंडक नदी पर बने बांध की सड़क के कालीकरण की मांग तेज हो गई है. बता दें कि स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधि लंबे समय से इस मांग को उठा रहे हैं. यह सड़क खोदावन्दपुर प्रखंड के फफौत से मंझौल के सिउरी तक जाती है. जो 35 किलोमीटर लंबी और 5 मीटर चौड़ी है. बेगूसराय से रोसड़ा जाने वाली एस एच-55 सड़क पर ट्रैफिक लोड अधिक है. ऐसे में यह बांध सड़क के वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोगी साबित होगा. खासकर छोटे वाहन, दोपहिया और साइकिल सवारों के लिए यह रास्ता बेहद सहायक होगा. स्टेट हाइवे 55 पर जाम की स्थिति में आम लोगों और प्रशासन के आवागमन के लिए यह मार्ग अहम भूमिका भी निभा सकता है.
बांध की बढ़ेगी मजबूती
स्थानीय लोगों की मानें तो सड़क के कालीकरण से बांध की मजबूती बढ़ेगी. फेज एक के तहत रोसड़ा से फफौत तक बांध की सड़क का कालीकरण पहले ही हो चुका है. अब फफौत से सिउरी तक के हिस्से को भी पक्की सड़क में बदलने की मांग तेज हो गई है. अब जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला ने जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
