Bihar Crime: परिवार के फीमेल मेंबर को दोस्त करता डर्टी कमेंट्स, अगवा कर रेत दिया गला
Bihar Crime: बिहार के बांका जिले के विजयनगर मोहल्ला में रहने वाला 16 वर्षीय किशोर अंशु कुमार पिछले कुछ दिनों से लापता था. पुलिस ने उसकी गुमशुदगी की जांच के दौरान झरना पहाड़ के पास से उसकी लाश बरामद की है. मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है.
Bihar Crime: बांका. बिहार के बांका जिले के विजयनगर मोहल्ले का रहने वाला 16 साल का अंशु पिछले कुछ दिनों से लापता था. काफी खोजबीन के बाद जब अंशु का पता नहीं चल पाया तो उसकी मां ने सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. मामले की जांच में जुटी पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन कर नाबालिक की तलाश शुरू की. जिसके बाद झरना पहाड़ के निकट से उसका शव बरामद किया गया.
तीन दोस्तों ने मिलकर की हत्या
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को अंशु के लापता होने की शिकायत मिलते ही तुरंत जांच शुरू की गई. इस दौरान पता चला कि राहुल कुमार उर्फ छोटू नामक लड़का इस घटना में संलिप्त है. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बाबूटोला के रहने वाले राहुल को हिरासत में लिया है. पूछताछ में उसने अपना आरोप कबूल करते हुए बताया कि उसने अपने दो दोस्तों टिंकू यादव और मनोज झा के साथ मिलकर अंशु की हत्या की है. पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर घटना की तह तक जाने के प्रयास में जुटी है. राहुल ने बताया कि तीनों ने मिलकर अंशु को झरना पहाड़ घुमाने के बहाने बुलाया और वहां ले जाकर उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद शव को पास की झाड़ियों में छुपा दिया, ताकि किसी को शक न हो.
पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पिटल भेजा गया
राहुल से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने झरना पहाड़ से शव बरामद किया. उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनो को सौंप दिया गया है. एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि हत्या प्रेम-प्रसंग से जुड़ा है. राहुल ने पुलिस को बताया कि अंशु उसके परिवार की एक फीमेल मेंबर को लेकर कई बार डर्टी कमेंट्स करता था, राहुल उसके इस व्यवहार से काफी परेशान था. दोनों के बीच पहले से झगड़ा चल रहा था. इसी कारण राहुल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अंशु की हत्या का प्लान बनाकर उसकी हत्या कर दी.
पुलिस की कड़ी जांच के बाद हुआ खुलासा
इस पूरे मामले में सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार, एसआई विकास कुमार, पवन कुमार, सुनील कुमार, सत्यजीत कुमार, आशीष कुमार समेत कई अफसरों ने अहम भूमिका निभाई. तकनीकी सेल के इंस्पेक्टर राजेश रंजन और प्रशांत कुमार की मदद से लोकेशन ट्रेस की गई, जिससे आरोपी तक पहुंचना संभव हुआ.
स्पीडी ट्रायल के तहत दी जाएगी सजा
एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने मीडिया को बताया कि इस हत्या में शामिल तीनों आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा. उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी सबूतों को समय पर कोर्ट में पेश किया जाए ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके.
Posted By: श्रीति सागर
